महावीर युवा मंच का कवि सम्मेलन रसवर्षा-2016
उदयपुर। महावीर युवा मंच की ओर से महावीर जयंती के उपलक्ष्य में हास्यट कवि सम्मेंलन रसवर्षा का आयोजन लोककला मंडल के मुक्तारकाशी रंगमंच पर हुआ। धार से आए जॉनी बैरागी ने पूरे कवि सम्मेमलन में श्रोताओं को हंसा हंसा कर लोटपोट कर दिया वहीं वीर रस के श्रेष्ठ कवि हरिओम पंवार ने अपने काव्यपाठ से श्रोताओं को सोचने पर मजबूर किया। कवि सम्मेलन शहीद अभिनव नागौरी को समर्पित किया गया।
दिल्ली से वीररस के कवि डॉ. हरिओम पंवार ने अपनी कविता झोपड़ियों की पीड़ा को जो भी दरबार नहीं सुनता, लाल किला भी उसका भाषण बार-बार नहीं सुनता, कविता से मंच को मंत्रमुग्ध कर दिया। धार से हास्य रस के जॉनी वैरागी ने मुझे इस बात का गम है कि मेरा नाम बम है। मैं हर बार यूं ही छला गया हूं बिस्मिल के हाथ से निकला और हिजबुल के हाथ चला गया हूं, के व्यंग्य से खूब ठहाके बटोरे। मुम्बई से हास्य रस के नवनीत हुल्लड़ ने अपनी हास्य रचना मैंने एक नेताजी से पूछा, आप दिन रात देश को खाते हो, फिर भी खुद को गांधीवादी बताते हो। नेताजी बोले, देखिये जी हम तो शुरू से ही गांधीजी के सिद्धान्तों पर चल रहे हैं, उन्होने कहा चरखा चलाना, सो चरखा चला रहे हैं, देश को चर रहे हैं, खा रहे हैं, चरखा चला रहे हैं से मंच को हंसी से सरोबार कर दिया। भरतपुर से हास्य रस के भगवान मकरन्द ने जेएनयू मुद्दे पर कटाक्ष करते हुए जेएनयू के बेशर्मों से हम शर्मिन्दा है। लानत है वो अब तक कैसे इस भारत में जिन्दा है। कविता से जनता में जोश भर दिया। लखनऊ से श्रृंगार रस की कवयित्री शिखा श्रीवास्तव ने वेदना मेरे मन में मचलती रहे, गीत बन-बन के यूं ही निकलती रहे। इस अंधेरे में अब रोशनी के लिये, ये शिखा दिन रात यूंही जलती रहे। गीत से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। खरगोन से गीतकार कुमार संभव वादा कर तो लेते हो, महोब्बत है हमसे बहुत जताना भूल जाते हो। सुना है तुम हथेली पर हमारा नाम लिखते हो। मगर जब भी मिलते हो बताना भूल जाते हो गीत से खूब वाहवाही लूटी। उज्जैन से हास्य रस के सौरभ चातक ने इतिहास के पन्नों में वो अमर कहानी हो गये, उंचाईयों में हिमालय भी बेमानी हो गये, गर्व होता है उन भारतीय शहीदों पर जो शीश कटा कर भी आसमानी हो गये, कविता शहीद अभिनव नागौरी को समर्पित की। अंत में नागौरी को पुष्पांजलि के साथ दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कृष्णकान्त कर्णावट स्मृति में तृतीय कृष्णकान्त स्मृति सुप्रज्ञ सम्मान-2016 नाथद्वारा की शालू सांखला को प्रदान किया गया। समारोह में युवा गौरव के रूप में 11 युवाओं का सम्मांन किया गया। समाज का मार्गदर्शन कर रहे समाजसेवी उद्योगपति किरणमल सावनसुखा का समाज गौरव से सम्मान किया गया।
अतिथि के रूप में महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, समाजसेवी लक्ष्मणसिंह कर्णावट, गजेन्द्र भंसाली, गणेश डागलिया उपस्थित थे। आरम्भ में मंच अध्यक्ष अशोक लोढ़ा ने स्वागत भाषण एवं मुख्य संरक्षक प्रमोद सामर ने संस्था परिचय तथा आयोजन की महत्ता की जानकारी दी। संयोजक भगवती सुराणा ने धन्यवाद दिया। सम्मेलन में शहीद लेफ्टिनेन्ट अभिनव नागौरी के शिक्षाविद् माता-पिता धर्मचन्द नागौरी एवं सुशीला नागौरी का भी अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ मंच की महिला प्रकोष्ठ द्वारा मंगलाचरण के साथ किया गया। संचालन डॉ. लोकेश जैन ने किया। कार्यक्रम में मंच के सदस्य हर्ष सरूपरिया, संजय नागौरी, तुक्तक भाणावत, मनोज मुणोत, नीरज सिंघवी, रमेश सिंघवी, पार्थ कर्णावट आदि ने अतिथियों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया।