गिर्वा पंचायत समिति की दुकानों पर थे काबिज
यूआईटी के सहयोग से हटाए कब्जे
उदयपुर। पंचायत समिति गिर्वा ने शनिवार को रेती स्टेण्ड पर अपने कार्यालय के बाहर ही जोरदार अभियान चलाया और पंचायत समिति की करोड़ों रूपए की दुकानों पर कब्जा कर बैठे लोगों की दुकानें तोडक़र 17 दुकानों को मुक्त करवाया गया।
दुकानदारों ने गिर्वा प्रधान और अधिकारियों पर भूमाफियाओं से पैसा लेकर दुकानों को गिराने का आरोप लगाया है और जमीन को खाली करवाकर भूमाफियाओं को देने का भी आरोप लगाया है। वहीं गिर्वा पंचायत समिति के अनुसार समिति के बाहर दर्जनों की संख्या में दुकानें अभी भी बाकी है। जिनका समय समाप्त होने पर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जानकारी के अनुसार पंचायत समिति गिर्वा के बाहर कई दशकों पूर्व लोगों को व्यवसाय के लिए दुकानें पंचायत समिति ने आवंटित की थी। इन दुकानों पर पहले तो जिन्हें आवंटित हुई उन्होंने ही काम किया था और नियमानुसार किराया जमा करवा रहे थे। बाद में इन दुकानों को आगे से आगे मात्र स्टाम्प पर बेचते रहे और लोग कब्जा कर दुकानों को बनाते रहे। कई वर्षों पर दुकानें कागजों में तो किसी ओर के नाम पर किराए पर चल रही थी, परन्तु वास्तविक में जो बैठा था, उसे यह तक नहीं पता था कि यह दुकान के किसके नाम की आवंटित थी।