किया श्रमदान, दिए निर्देश
उदयपुर। जिला कलक्टर रोहित गुप्ता तथा नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ सिहाग रविवार सुबह पिछोला पहुंचे तथा झील प्रेमियों के साथ श्रमदान कर संरक्षण सम्बन्धी महत्वपूर्ण निर्देश दिए। आयुक्त ने अमराई के सामने हो रहे निर्माण को भी रूकवाया।
अधिकारियों ने पैदल घूमकर झीलों में गिर रहे गंदे नालों, मल-मूत्र विसर्जन के स्थलों, घाटों की गंदगी का जायजा लिया तथा तत्काल सुधार के निर्देश दिए। नगर निगम आयुक्त स्कूटर पर बैठ दो घंटे तक झील क्षेत्र की पतली गलियों से जाकर पिछोला के विभिन्न घाटों तक गए। कलक्टर एवं आयुक्त सुबह चांदपोल पंहुचे जहां श्रमदान कर रहे श्रमदानियों का हाथ बंटाया। झील प्रेमी तेजशंकर पालीवाल, डॉ. अनिल मेहता, नंदकिशोर शर्मा, रमेश चन्द्र राजपूत, ललित पुरोहित ने कलेक्टर तथा आयुक्त को भ्रमण करवा झीलों की वस्तुस्थिति से अवगत कराया। पालीवाल ने जलीय खरपतवारों के नियंत्रण के लिए जैविक विधि अपनाने, कुछ वर्षों तक मछली ठेका नहीं देने तथा झील से जा रही सीवर लाइन को बाहर निकाल कर सड़क के छोटो मार्गों से ले जाने के सुझाव दिए।
दिए निर्माण रोकने के आदेश : आयुक्त सिहाग ने नागा नगरी जाते हुए मांजी मंदिर के पास अमराई होटल के सामने हो रहे बड़े निर्माण को देखा तो स्वयं पंहुचे तथा निर्माण करा रहे घनश्याम सिंह को मंजूरी कागजात के लिए पूछा। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर निर्माण रोकने के निर्देश दिए। इसी प्रकार नाथी घाट पर झील के भीतर पत्थरों की कच्ची चुनाई कार्य को भी रुकवाया।