हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संगम 10-13 नवम्बर तक
उदयपुर। शहर में 10 से 13 नवम्बर को बीएन प्रांगण में होने वाले हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संगम में सुरों की वर्षा भी होगी। इसकी तैयारी के लिए संभाग के विभिन्न जिलों से नामचीन कलाकार रविवार को संस्कार भारती के बैनर तले एकत्र हुए।
इस दौरान उन्होंने न केवल हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संगम को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से समृद्ध करने की कार्ययोजना तैयार करने में योगदान दिया बल्कि अपनी प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। आलोक स्कूल सेक्टर-11 सभागार में हुए कार्यक्रम में संतूर वादक पं. रामकृष्ण् बोस, सरोद वादक भार्गव मिस्त्री जैसे कलाकारों सहित आर्ट ऑफ लिविंग के प्रवीण मेहता की भी सहभागिता रही। कार्यक्रम के आरंभ में आलोक स्कूल के प्रशासक डॉ. प्रदीप कुमावत ने इसके तहत 8 नवम्बर को फतहसागर की पाल पर प्रस्तावित सामूहिक वंदेमातरम् गायन आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाल पर जिले भर के स्कूलों के हजारों छात्र-छात्राएं सामूहिक रूप से सम्पूर्ण वंदेमातरम् गाएंगे। इसके लिए स्कूलों में सम्पर्क किया जा रहा है।
संस्कार भारती के धर्मवीर वशिष्ठम व सुशील निम्बार्क ने बताया कि हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संगम में बाहर से भी नामचीन कलाकारों को आमंत्रित किया जा रहा है। स्थानीय प्रतिभाओं को भी मंच उपलब्ध कराया जाएगा। इसी की तैयारी के तहत यह आयोजन रखा गया। मेले के अध्यक्ष वीरेन्द्र डांगी, सचिव हेमेन्द्र श्रीमाली ने भी विचार व्य्क्तक किए।