उदयपुर। ‘‘जीएसटी कर प्रणाली देश के स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद अप्रत्यक्ष करों में अब तक का सबसे बड़ा परिवर्तन है। इस कर प्रणाली के लागू होने पर उत्पाद एवं सेवाओं की सप्लाई चेन प्रक्रिया में पूर्ण बदलाव आने से देश का सम्पूर्ण बिजनेस मॉडल ही बदल जायेगा।’’
ये विचार कर सलाहकार बिमल जैन ने व्यक्त किये। वे उदयपुर में ‘‘ड्राफ्ट मॉडल जीएसटी लॉ 2016’’ विषयक आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। केन्द्रीय उत्पाद विभाग जयपुर एवं उदयपुर के आयुक्त सीके जैन मुख्य अतिथि थे। नई दिल्ली के जाने माने कर सलाहकार बिमल जैन सेमिनार में विषय विशेषज्ञ थे। सेमिनार में 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। सेमिनार के दौरान जैन ने सरल शब्दों एवं रोचक उदाहरणों के माध्यम से ड्राफ्ट जीएसटी अधिनियम की प्रमुख विशेषताएं प्रतिभागियों को समझाई। जीएसटी को आजादी के बाद देश का सबसे बड़ा कर सुधार बताते हुए श्री जैन ने कहा कि इससे देश के सभी राज्यों में कर प्रणाली में एकरूपता आने से औद्योगिक, व्यावसायिक एवं आर्थिक असमानता भी दूर हो सकेगी।
मुख्य अतिथि केन्द्रीय उत्पाद विभाग के आयुक्त सीके जैन ने जीएसटी कर प्रणाली लागू करने के संदर्भ में सरकार की ओर से की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। अनिल मिश्रा ने विषय विशेषज्ञ का परिचय दिया। संचालन मानद महासचिव जतिन नागौरी ने किया।