खुशी अभियान के तहत 10 स्कूलों के बच्चे 8 विषयों पर देंगे संदेश
उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक के अभियान खुशी वंचित बच्चों के प्रति आम जनता में जागरूकता के लिए खुशी पेंटिंग कार्यशाला का आयोजन शहर के 10 मुख्य पर्यटक स्थानों पर होगा। यह कार्यशाला वंचित बच्चों के प्रति अपनी सोच को सृजनात्मक रूप देने के लिये आयोजित होगी जिसमें उदयपुर के 10 स्कूलों के बच्चे प्रतिभागी होंगे।
इसमें दिल्ली पब्लिक स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय, सिडलिंग स्कूल, रेयान इण्टरनेशनल, द स्टेडी, बोहरा यूथ स्कूल, डीएवी, सेन्ट मैरीज, विद्याभवन एवं सेंट मैथ्यूज के बच्चे वंचित बच्चों के प्रति अपनी सोच को पेंटिंग के माध्यम से केनवास पर उकेरेंगे।
खुशी अभियान के फाउण्डर पवन कौशिक ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक आंगनवाड़ी केन्द्रों के सहयोग से वंचित बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सुपोषण उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रहा है। हिन्दुस्तान जिंक वंचित बच्चों के विकास के लिए खुशी अभियान प्रारंभ किया था जो गत 5 पांच साल से निरन्तर कार्य कर रहा है। खुशी अभियान का उद्देश्य वंचित बच्चों के सम्पूर्ण विकास के प्रति एक जैसी सोच रखने वाले लोगों को साथ लेकर बदलाव लाने की दिशा में एक मुहिम है। वंचित बच्चों के लिये जागरूकता के खुशी अभियान के वर्तमान में तकरीबन 2 लाख से भी अधिक सदस्य हैं जो इन बच्चों की मदद करने की मंशा रखते हैं। खुशी अभियान की खासियत है कि इसमें किसी प्रकार की आर्थिक मदद के बजाय लोगों में जिम्मेदारी लाना है जो कि इस प्रकार के बच्चों के बीच रह कर उनकी मदद कर सकें।
खुशी पेंटिंग कार्यशाला में दस स्कूलों के करीब 80 बच्चे 8 विषयों जैसे बाल विवाह, बाल उत्पीड़न, बाल भिक्षावृत्ति, बालिका सुरक्षा, चाईल्ड टेªफिकींग, बाल मजदूरी, बच्चों में कुपोषण एवं बाल शिक्षा पर मन की भावानाओं को रंगों और सोच के अनुरूप केनवास पर उकेरेंगे। कौशिक ने बताया कि पांच दिनों में 10 स्कूलों के करीब 3 हजार बच्चों से मिलकर उन्हें वंचित बच्चों के प्रति सकारात्मक सोच एवं खुशी अभियान के उद्धेष्यों के बारे मे अवगत कराया गया। खुशी पेंटिंग कार्यशाला का उद्देश्य उदयपुर की आम जनता को वंचित बच्चों के प्रति जागरूक करना है। कार्यशाला शहर के मुख्य 10 पर्यटक स्थल सुखाड़िया सर्किल, सहेलियों की बाड़ी, देहली गेट, उदयपोल, सूरजपोल, फतेहसागर एवं चेटक सर्किल पर प्रातः 9.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक होंगी। पेंटिंग कार्यशाला के साथ ही स्कूली बच्चों द्वार बैंड पर आकर्षक प्रस्तुति और नाट्य मंचन द्वारा संदेश दिया जाएगा।