जीएसटी पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ
उदयपुर। इंस्टीट्यूट ऑफ चारटेड अकाउन्टेन्ट ब्रांच उदयपुर में जीएसटी पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ सीए सर्कल स्थित सीए भवन में हुआ। कार्यशाला में 400 से अधिक सीए व उद्योगपतियों ने भाग लिया।
चेयरमैन अंशुल मोगरा ने बताया कि उदयपुर ब्रांच सीए मेम्बर्स व उदयपुर शहर के सभी वर्गों के लिए आने वाले समय में जीएसटी पर लगातार इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करता रहेगा जिससे जीएसटी में समय- समय पर होने वाले बदलाव एवं इसकी पूर्ण जानकारी आमजन को उपलबध हो सकेगी।
मुख्य वक्ता अतुल गुप्ता ने जीएसटी की कार्य प्रणाली एवं इसके प्रावधानों के बारे में उपस्थित सीए मेम्बर्स एवं उद्योगपतियों के साथ विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि 1 जुलाई से जीएसटी के प्रावधान लागू हो जाएंगे, इसके बाद जो साधारण बदलाव होंगे जिनमें कोई भी व्यापारी वर्ग हो अगर उनका व्यापार एक से अधिक राज्यों में है तो उनके लिए जीएसटी के तहत हर राज्य में अब अलग-अलग पंजीकरण करवाना होगा और इसी के साथ मासिक तीन रिटर्न एवं सालाना एक रिटर्न भरने का प्रावधान भी लागू होगा। इसके साथ ही सबसे महत्वपूर्ण बात गुप्ता ने कही कि किसी भी विक्रय पर एडवांस पेमेन्ट (एक हजार से अधिक की राशि) पर जीएसटी देना होगा।
उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यापारी की एक ही शहर में दो या दो से अधिक दुकाने हैं उनमें भी माल को ट्रांसफर करने पर ई-वे बिल देने का प्रावधान होगा। गुप्ता ने कहा कि किसी भी अपंजीकृत व्यापारी से कोई भी पंजीकृत व्यापारी अगर माल खरीदता है तो उसे रिवर्स चार्ज के तहत जीएसटी देना होगा। उन्होंने कहा कि अब हर व्यापारी को वेट से जीएसटी में जाने के लिए अपने आपको पूर्ण रूप से तैयार रहना होगा। ब्रांच सेक्रेटरी विशाल मेनारिया ने बताया कि जीएसटी मात्र सिर्फ एक टेक्स ही नहीं होकर बिजनेस प्रारूप में एक साधारण बदलाव है। इसलिए इसे पूर्ण रूप से समझने की जरूरत है ना कि इससे घबराने की आवश्यकता है। इंस्टीट्यूट डायरेक्टर प्रकाश शर्मा ने बताया कि कार्यशाला में उदयपुर के साथ ही बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमन्द से बड़ी संख्या में सीए व उद्योगपतियों ने भाग लिया।