udaipur. आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग के माध्यम से भारत और पाकिस्तान के बीच मैत्री सम्बन्ध स्थापित करने के प्रयासों में सफलता मिली है। वे आगामी 12-13 और 14 मार्च को पाकिस्तान जाएंगे। उन्हें वहां स्थापित विश्व शांति केन्द्र की ओर से बुलावा आया है। वे उदयपुर में शनिवार को बी.एन. कॉलेज ग्राउण्ड पर प्रस्तावित सत्संग को सान्निध्य प्रदान करने से पूर्व शुक्रवार रात पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के तीन शहरों कराची, इस्लामाबाद और लाहौर में सत्संग होगा। पहले वे वर्ष 2004 में वहां गए थे तब आर्ट आफ लिविंग के केन्द्र की स्थापना की थी। भारत और पाकिस्तान के बीच मैत्री सम्बन्ध स्थापित होना विश्व समुदाय के लिए अच्छा होगा। साथ ही इससे नैतिकता और आध्यात्मिकता का भी प्रसार होगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हालांकि यह सच है कि पड़ोसी देश अपना सैन्य बजट निरंतर हर वर्ष बढ़ा रहे हैं लेकिन किसी न किसी को तो शांति की पहल करनी ही होगी। अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार मुक्त भारत आंदोलन के बारे में उन्होंने कहा कि किसी भी आंदोलन को निष्फल नहीं कहा जा सकता। कुछ समय के लिए ठण्डा हो सकता है लेकिन एक जागरूकता तो आ चुकी है।
इससे पहले मेवाड़ में आगमन पर उनका निम्बाहेड़ा में भव्य स्वागत किया गया। वे गत तीन दिन से मध्यप्रदेश के दौरे पर थे।
वहां से सडक़ मार्ग द्वारा उदयपुर शाम करीब 8 बजे पहुंचे जहां प्रतापनगर बाईपास पर उनके साधकों विद्या भाटी के नेतृत्व में श्री श्री का अभिनंदन किया गया। बेदला में प्रियदर्शिनी नगर स्थित एक साधक के निवास पर रात्रि विश्राम करने से पूर्व उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की।
संभागीय प्रभारी ममता ने बताया कि यहां शनिवार को श्री श्री सुबह सबसे पहले जेल जाएंगे जहां वे कैदियों से मिलेंगे। उसके बाद सेक्टर 11 स्थित वल्लभाचार्य पार्क में परशुरामजी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। दोपहर में लक्ष्मीविलास में चुनींदा अतिथियों के साथ उनका मध्याह्न भोजन होगा। इसके बाद वे अति विशिष्ट अतिथियों से मुलाकात करेंगे। शाम 6 बजे बी. एन. कॉलेज ग्राउण्ड पर सत्संग में भाग लेंगे।