आचार्य वारी और विनय सेनण का नगर प्रवेश
udaipur. तपस्वी सम्राट आचार्य वारी सेनण सूरिश्वर एवं आचार्य विनय सेनण आदि ठाणा का मंगलवार को गाजे-बाजे के साथ नगर प्रवेश हुआ। सोमवार को हाथीपोल जैन धर्मशाला से आचार्य वारी सेनण सूरिश्वर म.सा. आदि ठाणा-4 का गाजे-बाजे व चतुर्विद संघ के साथ शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए मालदास स्ट्रीट आराधना भवन में प्रवेश हुआ जहां पर आचार्यश्री श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक श्रीसंघ के तत्वावधान में ओली महोत्सव करेंगे।
आराधना भवन में हुई धर्मसभा में आचार्य विनय सेनण ने मां के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि चुडिय़ों की जोड़ मिलेगी, जूतों की जोड़ मिलेगी, कपड़ों की जोड़ मिलेगी मगर मां की जोड़ मिलना इस दुनिया में असम्भव है। इसलिए युवा वर्ग मां के ममत्व को समझें और उनका आदर-सत्कार करें। आचार्यश्री ने आयम्बिल तप पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयम्बिल तप करने से विघ्नक दूर हो जाते है। इंदौर नगर में हिन्दू समाज के भाई कंघा बेने का काम करते थे उनको कोढ़ की बीमारी हुई। जैन श्राविका ने उनको नवपद की ओली कराई और 500 माला गिनवाई। सिद्ध चक्राये नम: के नाम से जाप कराया। बिना डॉक्टरों के इलाज के कोढ़ की बीमारी जड़ से दूर हो गई। धर्मसभा को उपाध्याय दिव्यचंद्र विजय ‘चेतन’ म.सा. ने भी सम्बोधित किया।
आराधना भवन प्रवेश पर मूर्तिपूजक श्रीसंघ के पदाधिकारियों ने आचार्य श्री आदि ठाणा की भावभीनी अगवानी की। आराधना भवन में आयोजित धर्मसभा का शुभारम्भ पद्मावती भक्ति मण्डल के स्वागत गीत से हुआ। उसके बाद सभी श्रावक-श्राविकाओं ने आचार्य श्री का वंदन किया। स्वागत उद्बोधन श्रीसंघ के अध्यक्ष गौतम बी. मुर्डिया ने दिया। समारोह का संचालन मंत्री कुलदीप नाहर ने करते हुए बताया कि आचार्य श्री का ओली महोत्सव मालदास स्ट्रीट आराधना भवन में होगा। सभी जन आचार्य श्री के ओली महोत्सव का अधिक से अधिक लाभ लें। कल से आचार्य श्री के नियमित प्रवचन होंगे।