महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर निरंतर लहराएगा 108 फीट का तिरंगा
उदयपुर। उदयपुर के डबोक स्थित महाराणा प्रताप हवाईअड्डे पर 108 फीट ऊंचा तिरंगा सतत लहराता रहेगा। रविवार को केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री श्री जयन्त सिन्हा ने ध्वजारोहण करते हुए कहा कि वीर भूमि मेवाड़ पर राष्ट्रभक्ति का प्रतीक तिरंगा लहराना हर्ष एवं गौरव का विषय है। उन्होंने इसे देश के लिए गौरवशाली क्षण बताते हुए जन-जन को राष्ट्र के प्रति समर्पित रहने का आह्वान किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा कि देश एक महान क्रांति के दौर से गुजर रहा है। नये भारत की इस क्रांति में राष्ट्रवाद एवं देशप्रेम प्रत्येक नागरिक के मन में हिलोरे ले रहा है। यह तिरंगा इस क्रांति का प्रतीक है।
कार्यक्रम में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मेवाड़ का इतिहास कुर्बानियों का साक्षी है। वहीं स्वतंत्रता प्राप्ति में अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले वीरो की गाथा गाता यह तिरंगा आज हमारी मेवाड की धरा पर सुशोभित है, यह मेवाड ही नहीं अपितु पूरे भारत के लिए गौरव का विषय है।
उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण के कार्य में केन्द्र सरकार का सहयोग मिले तो शीघ्र ही यह कार्य पूर्ण लिया जाएगा। उन्हांेने कहा कि एयरपोर्ट पर विमानों में सुविधा के लिए आस-पास के बिजली के खंभों को हटाने का कार्य भी किया जाना है एवं पुलिस चैकी भी स्थापित की जाएगी।
समारोह को चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी.जोशी व उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा ने संबोधित किया। इस अवसर पर वल्लभनगर विधायक रणधीर सिंह भीण्डर, मावली विधायक दलीचंद डांगी, जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल, यूआईटी चेयरमेन रवीन्द्र श्रीमाली एवं एयरपोर्ट आॅर्थोरिटी के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में गणमान्य मौजूद थे।
अक्टूबर में मिलेगी इंटरनेशनल फ्लाइट
मेवाड़ की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करते हुए केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री श्री जयन्त सिन्हा ने अक्टूबर से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उदयपुर से दुबई की फ्लाइट वाया जयपुर प्रारंभ की जाएगी। यात्री भार बढ़ने पर सीधे ही यहां से दुबई की सेवा प्रारंभ कर दी जाएगी। इससे क्षेत्र के उन लोगों को काफी सुविधा मिलेगी जो खाडी देशों में रोजगार के लिए जाते है।
दोगुनी होनी फ्लाइट्स की संख्या, तीन नये शहरों से होगा सीधा जुड़ाव
श्री सिन्हा ने कहा कि वर्तमान में उदयपुर से प्रतिदिन 12 उड़ाने संचालित होती है। यात्री भार को देखते हुए अक्टूबर से उड़ानों की संख्या 23 की जाएगी। जिससे दक्षिण भारत से सीधा सम्पर्क स्थापित करते हुए हैदराबाद, बैंगलोर एवं चैन्नई के लिए सीधी हवाई सेवा प्रारंभ हो जाएगी।
देश के सबसे सफल हवाई अड्डों में शाामिल है उदयपुर
पिछले तीन वर्षों के यात्री भार में लगातार वृद्धि पर खुशी जाहिर करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि उदयपुर हवाई अड्डा देश के सफलतम हवाई अड्डों में से एक है। यहां यात्री भार में प्रतिवर्ष 30 से 40 प्रतिशत तक अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है। वर्ष 2014-15 में 4 लाख 60 हजार यात्रियों का आवागमन इस हवाई अड्डे पर रहा जो 2015-16 में बढ़कर 7 लाख हो गया। पर्यटन एवं औद्योगिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माने जाने वाले उदयपुर में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 2016-17 में 11 लाख तक पहुंच गई है।