भारतीय मीडिया का सामाजिक योगदान और चुनौतियां विषयक पत्रकार सम्मेलन
udaipur. आज के दौर में पत्रकारिता के स्तर और सामाजिक जीवन के क्षेत्र में विचार करना आवश्यक है, निष्पक्ष, ईमानदार और सत्यता को अपनाने वाले पत्रकारों से ही पत्रकारिता पवित्र रह सकती है। वे साफ-सुथरे रहेंगे तभी समाज को सही दिशा दे पाएंगे तथा मार्गदर्शक की भूमिका भी अदा करने में सफल हो पाएंगे। ये विचार उदयपुर के सांसद रघुवीर मीणा ने नेहरू छात्रावास सभागार में राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम द्वारा डॉ. भॅंवर सुराणा की स्मृति में आयोजित राजस्थान पत्रकार सम्मेलन में शनिवार को मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि राजनैतिक मूल्यों के आचरण और व्यवहार की विश्वसनीयता दांव पर लगी है, अच्छे राजनीतिज्ञों को भी जनता शक की नजर से देखती है। हमें जनता में सकारात्मक सोच पैदा करने की जरूरत है।
फोरम के सलाहकार एवं वरिष्ठ पत्रकार वीर सक्सेना ने कहा कि यह एक वैचारिक क्राति का फोरम है, यह स्वतंत्र एंव निष्पक्ष है जो किसी भी राजनैतिक व आर्थिक प्रभाव से परे हटकर कार्य कर रहा है। बुनियादी तौर पर इसने पत्रकारिता के क्षेत्र को तहसील स्तर तक विस्तारित करने का बीडा उठाया है।
अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार एंव कलमकार नन्द चतुर्वेदी ने कहा कि पचास वर्षों में मीडिया का बहुत विस्तार हुआ है और आम जीवन में उसका दखल भी बढा है। पत्रकारिता की सबसे बडी चुनौती उसकी अपनी विश्वसनीयता है, क्योंकि आम व्यक्ति अपने जीवन की गतिविधियों को उसी से नियंत्रित करता है। उन्होंने आगे कहा कि मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह अपनी विश्वसनीयता की रक्षा करें।
प्रिंट व इलेक्ट्रोनिक मीडिया से जुडे पत्रकार संजय गौड ने कहा कि शहरी पत्रकारों को तो भरपूर सुविधाएं मिलती है किन्तु दूरदराज के गांवों में सक्रिय रूप से कार्य करने वाले पत्रकारों को सुविधाओं का नितान्त अभाव रहता है। इसके लिए फोरम के मार्फत सकारात्मक प्रयास किये जाने होंगे।
मध्यप्रदेश सरकार के राजकीय अतिथि संत बालयोगी उमेशनाथ महाराज ने कहा कि आज की दुनिया मीडिया को निहार रही है क्योंकि राष्ट्र विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है, पत्रकार एक चिन्तनशील व्यक्ति है इसलिए उसे सुधार के प्रबल प्रयास करने चाहिए, तभी समाज को स्वच्छ एंव स्वस्थ वातावरण तैयार किया जा सकेगा। उन्होंने पत्रकारों के साथ संतों को भी वातावरण के सुधार के लिए जुटने का आह्वान किया ।
इससे पूर्व सोनभद्र (यूपी) के पत्रकार आवेश तिवारी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र को जीवित रखना है तो पत्रकारों को समाज हित में ईमानदारी से कार्य करना होगा। दिनेश सिंदल ने कहा कि अखबार के सामने सबसे बडी चुनौती बाजार है और बाजार का व्यापक प्रभाव मीडिया में भी देखने को मिल रहा है।
कार्यकम के प्रारम्भ में फोरम अध्यक्ष अनिल सक्सेना ने फोरम की गतिविधियों एवं कार्यकलापों का विवरण के साथ ही पत्रकार अतिथियों का परिचय भी दिया। इस अवसर पर आनन्दराम महाराज ने भी विचार व्यक्त किए। राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम के प्रयास से गंगापुर सिटी के पत्रकार श्रीराम गर्ग को राजस्थान सरकार द्वारा 51 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान कराने पर सीताराम गर्ग ने फोरम का आभार जताया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। राजस्थान सूचना केन्द्रर -दिल्ली के संयुक्त निदेशक (सूचना एंव जनसम्पर्क) गोपेन्द्र भट्ट, पत्रकार आवेश तिवारी, गजल गायिका सीमा अनिल सहगल(मुंबई), वीरेन्द्र सिंह राठौड(जयपुर), विपिन गांधी तथा सहायक सूचना एंव जनसम्पर्क अधिकारी तुलसीराम कन्डारा को उल्लेखनीय कार्यों के लिए ’कलम का सिपाही‘ सम्मान से नवाजा गया। संयोजन शकुंतला सरूपरिया तथा आभार फोरम के प्रवक्ता पत्रकार शरद मेहता ने किया।