कृषि मंत्री सैनी की प्रेस वार्ता
उदयपुर। प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि ग्राम जैसे आयोजनों के माध्यम से राजस्थान नवाचार के क्षेत्र में हिन्दुस्तान का पहला राज्य बनेगा, यह राज्य सरकार की मंशा है।
कृषि मंत्री सैनी सोमवार को यहां उदयपुर में ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट के आयोजन की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा काश्तकारों को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानजनक दर्जा दिलाकर वर्ष 2022 तक उनकी आमदनी को दुगुना करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए जयपुर और कोटा में ग्राम के सफल आयोजन के बाद अब उदयपुर संभाग में ग्राम का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में इस संभाग के काश्तकारों को कृषि में विश्व स्तरीय उन्नत तकनीक के उपयोग के बारे में जागरूक करना है इससे इस अंचल के काश्तकार सशक्त बनेंगे और कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ग्राम उदयपुर का उद्घाटन करेंगी। आयोजन में संभाग के काश्तकारों को ध्यान को रखते हुए मक्का प्रसंस्करण, मत्स्य पालन और जैविक खेती, कृषि यंत्रीकरण, संरक्षित खेती, प्लास्टिक कल्चर इत्यादि के क्षेत्र में हुए नवाचारों से रूबरू करवाया जाएगा। ताकि वो नवीन तकनीक अपनाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकें।
उन्होंने बताया कि उदयपुर में प्रदेश की पहली विशिष्ट लघु वन उपज मण्डी स्थापित की गई है। इसकी स्थापना से आदिवासियों को उनकी वन उपज का अच्छा मूल्य मिल रहा है। साथ ही सरकार ने टीपी एक्ट को भी खत्म कर दिया ताकि आदिवासियों को वन उपज के परिवहन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो । उदयपुर संभाग में औषधीय खेती की संभावना को देखते हुए ग्राम में औषधीय खेती का लाईव प्रदर्शन लगाया गया है।
एमओयू बदलेंगे काश्तकारों की किस्मत : उदयपुर संभाग में होने वाली औषधीय और वन उपज का उचित मूल्य काश्तकारों को मिल सके, इसके लिए बाबा रामदेव की पतंजलि से वार्ता चल रही है। इस आयोजन में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों मंे विभिन्न कंपनियों के साथ एमओयू भी किए जाएंगे ताकि इस क्षेत्र में रोजगार और निवेश बढ़ सके। उन्होंने ग्राम जयपुर और ग्राम कोटा में हुए एमओयू की प्रगति के बारे में बताया कि ऑलिव टी, निजी मण्डी और ए टू मिल्क उत्पादन और प्रसंस्करण के लिए हुए एमओयू धरातल पर आ चुके हैं और शेष एमओयू प्रक्रियाधीन हैं। अभी तक उदयुपर ग्राम में सात एमओयू के लिए प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं।
तीस कस्टम हायरिंग सेंटर्स स्वीकृत : कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने बताया कि लघु और सीमांत किसानों को नवीनतम कृषि यंत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित रकने के लिए कस्टम हायरिंग स्कीम के तहत उदयपुर संभाग में तीस कस्टम हायरिंग सेंटर्स की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जा चुकी है।
3 दिन में 40 हजार किसानों को करेंगे अपडेट : कृषि मंत्री श्री सैनी ने बताया कि ग्राम उदयपुर के आयोजन में उजबेकिस्तान पार्टनर देश होगा वहीं वियतनाम, अर्जेटिना, जर्मनी, ब्राजील, स्पेन, पेरू और रशिया के प्रतिनिधि भाग लेंगे। तीन दिन तक चलने वाले इस आयोजन में संभाग भर से 40 हजार से अधिक किसान भाग लेंगे। इस दौरान किसानों को कृषि प्रदर्शनियां, जाजम बैठकें, स्मार्ट फार्म, पशु प्रदर्शनी के माध्यम से कृषि, पशुपालन, डेयरी, बागवानी और मत्स्य पालन से जुड़ी जानकारियां दी जाएंगी।
जाजम बैठकों में किसानों के बीच बैठेंगे मंत्री : कृषि मंत्री ने बताया कि ग्राम आयोजन के दौरान होने वाली जाजम बैठकों में राजस्थान सरकार के विभिन्न मंत्री किसानों के बीच बैठकर संवाद करेंगे। पहले दिन कृषि से जुड़े विषयों पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा, उद्यानिकी से जुड़े विषयों पर राजस्व राज्यमंत्री श्री अमराराम, पशुपालन से जुड़े विषयों पर पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ और डेयरी और ग्रामीण महिला विकास से जुड़े मुद्दों पर सहकारिता मंत्री अजयसिंह किलक वार्ता करेंगे।