‘गांधी शिल्प बाजार 2012’
उदयपुर। आम तौर पर फिल्मों में दिखाये जाने वाले वाले मिट्टी के गमलों का स्वरूप सिरेमिक से बने तुलसी के गमलों के रूप में जनता के आकर्र्षण का केन्द्र बने हुए है। इसके अलावा प्रसिद्ध खुरजा की पोटरी भी जनता की पसन्द बनी हुई है।
उत्तर प्रदेश के खुरजा से आये आबिद हुसैन ने टाऊन हॉल में चल रहे दस दिवसीय रूडा (रूरल नॉन फार्म डवलपमेंट एजेंसी) की ओर से राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला ‘गांधी शिल्प बाजार 2012’ में बताया कि उनका यह व्यवसाय पिछले 50 वर्षो से चला आ रहा है। जगप्रसिद्ध खुरजा की पोटरी सिरेमिक से बनाये जाते है जो ऑवन,माइक्रोवेव में भी सुरक्षित रहती है।
उन्होनें बताया कि इस बार उदयपुर की जनता के लिये विशेष रूप से खुरजा से सिरेमिक के स्पून स्टेण्ड व तुलसी गमले ले कर आये है। इसके अलावा इस स्टॉल पर 20 रूपये के आइटम से लेकर 5000 तक का आइटम उपलब्ध है। इनमें मुख्य रूप से रंग-बिरंगे डीनर सेट,कॉफी मग,सूप बाऊल्स, जार बरनी सहित विभिन्न प्रकार के आइटम उपलब्ध है। अब तक देश-विदेश में अनेक स्थानों पर सेल लगा चुके आबिद हुसैन बताते हे कि उन्हें अब तक सर्वश्रेष्ठ डिस्प्ले,सेल, तथा जिला स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है।
केप्शन:-गांधी शिल्प बाजार में रंग बिरंगी खुरजा पोटरी को देखती जनता