उदयपुर। प्रख्यात कत्थक नृत्यांगना नाचे मयूरी फिल्म से प्रसिद्धी पाने वाली सुधा चन्द्रन ने कहा कि युवावस्था में बच्चों की सोच अपने माता-पिता से अलग होती चली जाती है। बच्चें यह सोचते है कि माता-पिता की तुलना वे जो सोच रहे है वह सभी सही है,लेकिन ऐसा नहीं होता है। माता-पिता कभी गलत नहीं हो सकते है।
वे आज रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा आयोजित संास्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने से पूर्व एक भेंट में उक्त बात कहीं। उन्होंने कहा कि माता-पिता की बात अवश्य सुननी चाहिये। लक्ष्य हासिल करने के लिये माता-पिता सके साथ-साथ अन्य से भी विचार-विमर्श करना चाहिेय ताकि एक कोमन प्लेटफार्म मिल सके।
इस अवसर पर उन्होेंने कहा कि यदि मन में दृढ़ ईच्छाशक्ति हो तो लक्ष्य पाना कभी मुश्किल नहीं होता है। एक हादसे में अपने पैर गवानंे के बाद बहुत लोगों ने कहा था कि अब नृत्य करना संभव नहीं होगा केवल पढ़ाई करों,लेकिन जयपुर में जयपुर फुट की बात सुनकर जयपुर आयी तो वहंा के चिकित्सक ने कहा कि मैं नकल पैर लगने के बाद नाच सकती हूं तो मुझमें उर्जा का संचार हुआ और नृत्य को ही अपना लक्ष्य बनाकर आगे बए़ी। नकली पैर के साथ नृत्य करने में मुझे दो वर्ष लग गये।
इस अवसर पर डंास प्लस सीजन-2 के विजेता रहे मूलतः कानोड़ उदयपुर निवासी 15 वर्षीय तनय मल्हारा ने बताया कि वे 4 वर्ष की उम्र से ही नृत्य कर रहे है लेकिन इसके बावजूद उन्हांेने सिंगापुर मंे आयोजित एशियन योग स्पोर्ट्स चेम्पिनशीप में 3 गोल्ड मेडल जाते जो उनके जीवन का महत्वपूर्ण क्षण रहा और जीवन भर रहेगा। तनय ने बताया कि वे डांस व योगा दोनों को मिक्स कर कन्टम्परेरी डांस करते है। प्रख्यात नृत्य निर्देशक रेमो डिसूजा द्वारा निर्देशित की जाने वाली फिल्म एबीसीडी-3 में काम करने का मौका मिला है।
बालाजी टेलिफिल्म्स से जुड़े एवं सीरियल नागिन-2 के निर्देशक मूलतः कानोड़ निवासी अली ने भी फिल्म उद्योग से जुड़ी बातों को साझा किया।
इससे पूर्व क्लब अध्यक्ष डाॅ. एन.के.धींग ने बताया कि आयोजन से प्राप्त राशि का उपयोग निकटवर्ती नाई गांव में राजकीय चिकित्सालय को नेटल आईसीयू व आॅपरेशन थियेटर में उपरकण लगानें में किया जायेगा ताकि निकटवर्ती गांवों के लोगों को उसका लाभ मिल सकें। कार्यक्रम संयोजक डाॅ. प्रदीप कुमावत ने भी क्लब से जुड़ी जानकारियंा साझा की। इस अवसर पर सचिव दिनेशचन्द्र अग्रवाल,सुशील बांठिया, महेन्द्र टाया मौजूद थे।