उदयपुर। शहर के लोगों ने वस्त्रदान अभियान को भरपूर सहयोग दिया हैा 21 जनवरी से आरंभ हुआ अभियान 27 जनवरी तक चलेगा। शहर के परिवार बढ़-चढ़कर इस महादान में भाग ले रहे हैं।
अभियान लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ के हाथों शुरू हुआ। वस्त्र इंसानों की मूलभूत जरूरतों में से एक है, इसी को ध्यान में रखते हुए नए-पुराने कपड़ों को एकत्रित करके ज़रूरतमंदों तक पहुंचाया जाए व फटे पुराने कपड़ों को रिसाइकल प्रोसेस के ज़रिए फिर से पहनने लायक बनाया जाए। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर पूरी टीम इस काम में लगी हुई है। मुहिम में देशभर के 1000 से ज्यादा वालंटियर्स जुड़ चुके हैं जिसमें उदयपुर एवं आसपास के क्षेत्र से 635 उदयपुर के बाहर से 268, मेलबोर्न से 18, स्वीडन से 15, अमरीका से 27 और अन्य देशों से करीब 250 + वालंटियर्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
अभियान के तहत शहर में 60 अलग-अलग ड्राप पॉइंट्स बनाये गए है जहाँ शहरवासी वस्त्रदान कर रहे हैं। अगर आपको भी इस मुहिम में भाग लेना है तो ड्राप पॉन्ट्स पर आकर आप वस्त्रदान जैसे नेक काम में भाग ले सकते हैं। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर वालंटियर्स शहरभरमें घर-घर जाकर लोगो को वस्त्रदान करने के लिए प्रेरित भी करेंगे।
वस्त्रदान के सबसे पहले योगदान का श्रेय इंडियन आर्मी के 30 इन्फेंट्री ब्रिगेड और उनके परिवारों को जाता है। इनके अलावा अब तक 250 परिवार भाग ले चुके हैं। साथ ही साथ इस मुहिम में 30 से ज्यादा स्कूल्स और हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, फ्यूज़न जैसी कंपनियां भी जुड़ चुकी है, जो एक तरह से इसमें लगे वालंटियर्स की मेहनत को और हौसला मिलने जैसा है। टीम का कहना है कि ये सब ज़रूरतमंदों के लिए किया जा रहा है ताकि वो कपड़े पहन सके, उनके तन को ढका जा सके। उन्हें मानव की तीन मूलभूत सुविधाओं में से एक कपड़ा मिल सके।