महावीर जयंती के कार्यक्रमों की तैयारी बैठक
उदयपुर। सकल जैन समाज की प्रतिनिधि संस्था महावीर जैन परिषद के बैनर तले हुई बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में महावीर जयंती पर 29 मार्च को भगवान महावीर के जन्म कल्याणक महोत्सव पर चर्चा कर अंतिम रूप दिया गया। कार्यक्रम 23 मार्च से आरंभ होंगे।
संयोजक राजकुमार फत्तावत ने कहा कि हर वर्ग के कार्यक्रमों को इस आयोजन में शामिल करने का प्रयास रहता है। हर वर्ष हम सुधार भी कर रहे हैं। गोष्टी, प्रतियोगिता, सेमिनार चाहे कोई भी कार्यक्रम हो सभी में उत्साहजनक भीड़ रही। गत वर्ष 550 दुपहिया वाहन रैली के रूप में शामिल हुए थे जो सर्वत्र सराहनीय रहा। हमारे यहां की महावीर जयंती वर्ष भर में आदर्श मानी जाती है। 36 साल से चल रहा यह आयोजन अपने आप में आदर्श है। समाज एक रहे, नेक रहे, आपसी सौहार्द्र समन्वय से काम हो। कोशिश यही रहती है कि हर वर्ष वृद्धि हो। कॉलोनियों में 28 को कार्यक्रम कर सकेंगे।
फत्तावत ने बताया कि 23 को महिला संगठनों का तेरापंथ भवन में मेहंदी, रंगोली, पूजा थाली, चित्रकला प्रतियोगिता, 24 को जीतो की ओर से परिषद के तत्वावधान में लोक कला मंडल में कवि सम्मेलन, इसी दिन सुबह 7.30 बजे फतहसागर नाला गिरने से देवाली छोर तक रन फॉर पीस सीनियर सिटीज़न की दौड़ होगी। 25 को सुबह 8 से 2 बजे तक ऋषभ भवन आयड़ में उषादेवी चेरिटेबल ट्रस्ट के साझे में रक्तदान शिविर, शाम को 6.30 बजे फतहसागर पाल फिश एक्वेरियम के पास नगर निगम के साझे में स्वच्छ भारत के संकल्प पत्र, नवकार महामंत्र जाप और 1008 दीपों से महाआरती की जाएगी। 26 को सौ फीट रोड स्थित शुभ केसर गार्डन में दोपहर 2 से 4.30 बजे तक महिला-युवतियों के लिए जैन विधा डांडिया की प्रतियोगिता, 27 को सुखाड़िया रंगमंच पर विभिन्न संगठनों की सांस्कृतिक प्रतियोगिता, 28 को सुबह एमबी चिकित्सालय में मरीजों को फल, बिस्कीट वितरण और 29 मार्च को शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा का रूट टाउनहॉल, सूरजपोल, बापू बाजार, देहलीगेट, धानमंडी, भड़भूजा घाटी, हाथीपोल, अश्विनी बाजार होते हुए वापस टाउनहॉल पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि यहां होने वाले कार्यक्रमों से निकली लहर पूरे देश में जाती है। उसको फॉलो किया जाता है। अपने कर्तव्य को समझें और शोभायात्रा में शामिल हों।
शोभायात्रा में निकलने वाली झांकियों में स्पर्धा रहेगी। इसमें प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय को क्रमशः 7000, 5000, 3000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। झांकियों की थीम पर्यावरण, जल सरंक्षण, भगवान महावीर के पांच महाव्रत, सेवा एवं परोपकार, कन्या भ्रूण, शाकाहार, बेई बचाओ- बेटी पढ़ाओ आदि रहेगी। शोभायात्रा में भाग लेने वाले विद्यालयों की भी प्रतियोगिता रहेगी। इसमें अनुशासन, यूनिफार्म, संख्या आदि मापदण्ड रहेंगे। इसमें प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय को क्रमशः 3000, 2000, 1000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
जो भी समाज, संस्था, संगठन भाग लेंगे उनके लिए भी स्पर्धा रहेगी। इसमें अनुशासन, ड्रेस, प्रस्तुति, संख्या का मापदंड रहेगा। इसमें प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय को क्रमशः 5000, 3000, 2000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। पुरुष श्वेत परिधान और महिलाएं केसरिया साड़ी में शामिल होंगी। शोभायात्रा में मुनिवृंदों के शामिल होने पर एक कमेटी गठित की गई।
विजयलक्ष्मी गलुण्डिया ने महिलाओं की होने वाली स्पर्धाओं की जानकारी दी। चिराग कोठारी ने युवाओं की दुपहिया वाहन रैली के बारे में बताया कि इस बार एक हज़ार वाहन शामिल होने की उम्मीद है। साथ ही ड्रेस कोड रहेगा। उसको फॉलो करेंगे तो समाज की एकता दिखेगी।
अंत में गत वर्ष निकली शोभायात्रा की स्पर्धाओं के विजेताओं, उप विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। गत वर्ष महावीर जयंती पर हुए कार्यक्रमों की समीक्षात्मक चर्चा में गौतम मुरडिया ने कहा कि जयंती धूमधाम से मनाई जानी चाहिए। उसी तरह 10 दिवसीय कार्यक्रम भी होने चाहिए। डॉ. सुभाष कोठारी ने कहा कि जुलूस बिखरे नही, इसके लिए यात्रा के मार्ग पर विचार किया जाना चाहिए। डॉ. जिनेन्द्र शास्त्री ने भी जुलूस के मार्ग को लेकर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के आरंभ में मुनिवृंदों से मांगलिक सुनकर जुलूस रवाना हो। भंवर सेठ ने झांकियों के माध्यम से भगवान महावीर के चरित्र चित्रण को दिखाने पर बल दिया। साथ ही कॉलोनीवार महिला-पुरुषों की निश्चित वेशभूषा पर भी विचार किया गया। चोसरलाल कच्छारा ने कहा कि पुरस्कारों की घोषणा उसी समय कर दी जानी चाहिए भले ही पुरस्कार अब दें। संगठन बैनर तले भाग लें और बैनर रखें। बच्चों के लिए भी स्पर्धाओं का आयोजन किया जाए। छगनलाल बोहरा ने कहा कि भगवान महावीर पर निबंध/लेख प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना चाहिए। चंद्रप्रकाश चोरडिया ने रुट पर विचार कर अव्यवस्था होने पर निराशा जताई। अभिषेक संचेती ने युवाओं की टू व्हीलर रैली निकालने पर हर्ष जताते हुए इस बार भी निरन्तर करने का आव्हान किया। सुधीर चित्तौड़ा ने प्रभावना वितरण एक जगह हो। अलग अलग प्रभात फेरी या जुलूस नही निकाल कर एक ही जुलूस में शामिल हों। इस बार जुलूस में वाद्य यंत्र शामिल किए जाएं।
आरम्भ में कोषाध्यक्ष कुलदीप नाहर ने स्वागत उदबोधन दिया। संचालन महेंद्र तलेसरा ने किया। धन्यवाद चंदनमल छापिया ने व्यक्त किया।