उदयपुर। सोसाइटी फॉर माइक्रोवाइटा रिसर्च एंड इंटीग्रेटेड मेडिसिन (स्मरिम) तथा रीनासां यूनिवर्सल क्लब (विश्व अभ्युदय गोष्ठी) के संयुक्त तत्त्वाधान में गुरूवार को ‘परम्पराएं और आधुनिकीकरण विषय’ पर होटल विष्णुप्रिया में विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ.
शुभारम्भ रीनासां यूनिवर्सल क्लब के संस्थापक पीआर सरकार की प्रतिकृति पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन द्वारा हुआ. सोसाइटी अध्यक्ष डॉ. एस. के. वर्मा द्वारा आगंतुक अतिथियों और प्रबुद्धजनों के स्वागत उद्बोधन तथा रीनासां यूनिवर्सल क्लब के परिचय के पश्चात तपोनिष्ठा राठौर द्वारा प्रभात संगीत का गायन हुआ. स्मरिम सचिव डॉ. वर्तिका जैन ने स्मरिम की गतिविधियों पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता रिटायर्ड प्रिंसिपल चीफ सिक्योरिटी कमीशनर श्री हरानन्द जी ने शैवाचार, सौराचार, वैदिक युग से लेकर वर्तमान तक समाज में हुए विभिन्न बदलावों और तत्कालीन महापुरुषों जैसे शिव, कृष्ण, बुद्ध, महावीर, कबीर, कार्ल मार्क्स आदि के योगदान को बताते हुए श्री पी. आर. सरकार के नव्य-मानवतावाद और सार्वभौमिक भावनाओं पर केंद्रित सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था पर चर्चा की. उन्होंने कहा की सम्पूर्ण विश्व के सर्वांगीण विकास हेतु परम्पराओं को भावजड़ता से अलग करना होगा और अध्यात्म आधारित जीवन-शैली को अपनाना होगा .
मुख्य अतिथि ऍन.आई. आर. डी. में डिप्टी डायरेक्टर से रिटायर्ड श्री जी.एल. गौर ने कहा इतिहास को सही अर्थों में समझते हुए और कमियों को दूर करते हुए सबको साथ लेकर आगे बढ़ना ही वर्तमान में चल रही विद्रूपताओं को दूर करने का सटीक उपाय है. श्री हरानन्द जी को स्मरिम द्वारा सोसायटी की मानद आजीवन सदस्यता प्रदान की गयी.अंत में रीनासां यूनिवर्सल क्लब के सचिव श्री ओंकार लाल शर्मा ने उपस्थित सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया.