चातुर्मास में बहेगी धर्म की गंगा
उदयपुर। श्री वर्द्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ उदयपुर एवं श्री शिवाचार्य चातुर्मास आयोजन समिति के तत्वावधान में पहली बार शहर में होने जा रहे श्रमणसंघीय अचार्य ध्यानयोगी डाॅ. शिवमुनि महाराज, युवाचार्य महेन्द्र ऋषि, शिरीष मुनि, प्रमुख मंत्री शुभम मुनि आदि ठाणा-10 के चातुर्मास के दौरान विभिन्न प्रकार धािर्मक आयोजन की गंगा बहेगी। जिसमें सभी भाग लेने के लिये आतुर है।
हिरणमगरी से. 11 स्थित अमर जैन साहित्य संस्थान में आयोजित प्रेस वार्ता में आचार्यश्री डाॅ. शिवमुनि महाराज ने बताया कि चातुर्मास में मुख्य रूप से विभिन्न धर्मचक्रों का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि आज की तनावयुक्त जिदंगी में भी युवा किस प्रकार तनावमुक्त एवं स्वस्थ रहें। इस पर जोर दिया जायेगा। इन पर चार माह के दौरान विभिन्न आत्म ध्यान शिविर आयोजित किये जायेंगे। शहर की जनता को धर्म, कर्तव्य एंव अपने सामाजिक दायित्व के प्रति संवदेनशील बनाने हेतु धार्मिक आयोजन किये जाएंगे।
युवाचार्य महेन्द्र ऋषि मसा ने बताया कि बालकों में सुसंस्कारों का सिचंन करने हेतु प्रत्येक रविवार को शिवाचार्य ज्ञानशाला का आयोजन किया जायेगा। चातुर्मास के दौरान नारी सशक्तिकरण पर अनेक आयोजन होंगे। चातुर्मास प्रवेश पर विश्व शंाति हेतु 8 दिन का, पर्युषण पर्व के दौरान 9 दिन का अखण्ड और चातुर्मास पूर्णाहुति पर 24 घण्टे का अखण्ड नवकार मंत्र का जाप चलेगा। दिन में महिलायें और रात्रि में पुरूष नवकार मंत्र का जाप करेंगे।
शिरीष मुनि महाराज ने बताया कि तपस्याओं में अनेक धर्मचक्र, तेले की लड़ियां, आयम्बिल की लड़िया, अनेक अट्ठाईयंा, मासमखण किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि आचार्य डाॅ. शिवमुनि महाराज जैन समाज के सबसे बड़े श्रमण संघ के आचार्य है और आचार्यश्री के निर्देशन में 325 चातुर्मास स्थलों पर 1186 साधु-साध्वी विहार कर रहे है।
प्रमुख मंत्री शुभम मुनि महाराज ने बताया कि चातुर्मास के दौरान व्यसन मुक्ति, नैतिक संस्कार, बाल संस्कार,आनन्द, शंाति, एवं सुख से जीने की कला सिखायी जायेगी, साथ ही अहिंसा, सत्य अपरिग्रह,अनेकान्त आदि सिद्धान्तों का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस अवसर पर जिनेन्द्र मुनि मसा, श्री वर्द्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष ओंकारसिंह सिरोया,श्री शिवाचार्य चातुर्मास आयोजन समिति के मुख्य संयोजक विरेन्द्र डांगी, प्रचार प्रसार संयोजक निर्मल पोखरना, समन्वयक एवं सह संयोजक संजय भण्डारी, बसन्तीलाल कोठिफोड़ा, भंवर सेठ, शान्तिलाल बाबेल, दिलीप सुराणा, विजय सिसोदिया, नरेन्द्र सेठिया, उदयलाल भूतालिया, महेन्द्र तलेसरा सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद थे।