उदयपुर। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने शुक्रवार को समीप चीरवा घाटा क्षेत्र में नगर वन उद्यान ’’ फूलों की घाटी ’’ का लोकार्पण किया। यह नया पर्यटन स्थल उदयपुर शहर से 9 किमी दूर वन क्षेत्र अम्बेरी में 80 हैक्टर भू भाग पर पूर्व में चीरवा घाटे से गुजरती 3400 मीटर लम्बाई पर विकसित किया गया है।
गृहमंत्री श्री कटारिया ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस नए स्थल विकास से पर्यटकों को नया प्राकृतिक माहौल की सौगात मिलने जा रही है वहीं क्षेत्रीय नागरिकों के लिए रोजगार के नए अवसर भी मुहैय्या होंगे। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक स्थल उदयपुर की पहचान है उनका संरक्षण एवं संवर्द्धन एवं सौन्दर्यीकरण हमारी प्राथमिकताओं में हैं। उन्होंने वन विभाग से कहा कि वे ऐसे स्थलों के विकास के लिए नवाचारों को लागू करने की कार्य योजना बनाएं, वित्तीय आवश्यकताओं को हर संभव ढंग से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे प्राकृतिक स्थलों से आमजन को जोड़ने के लिए प्रवेश शुल्क व्यावहारिक हो साथ ही साधारण तबके के लिए स्थल पर माह में एक दिन निःशुल्क प्रवेश भी तय किया जाए।
विविध गतिविधियां बने आकर्षण
श्री कटारिया ने वन विभाग को होर्स सफारी, चट्टानों पर आकृतियां उकेरने, प्रकृति अध्ययन केन्द्र, विविध प्रजातियों के पुष्प लगाने एवं उनका संरक्षण जैसी गतिविधियों से स्थल को आम जन की रुचि का केन्द्र बनाने की बात कही।
स्थल पर लगेगी शिव प्रतिमा
श्री कटारिया ने बताया कि फूलों की घाटी स्थल पर 25 फीट उॅची शिव प्रतिमा की स्थापना का दायित्व मार्बल एसोसिएशन की ओर से लगवाई जायेगी। उन्होंने इस पुनीत कार्य की हामी के लिए अध्यक्ष विजय गोधा का आभार जताया।
उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा नवे उदयपुर सौंदर्यीकरण के विकास में फूलों की घाटी की महत्वपूर्ण सौपान बताते हुए क्षेत्र के विकास में सांसद कोष से यथासंभव राशि उपलब्ध कराने की बात कही। मुख्य वन संरक्षक इन्द्रपाल सिंह मथारु ने वानिकी स्थल के विकास का विस्तार से ब्यौरा रखा और कहा कि ’’ फूलों की घाटी ’’ प्रोजेक्ट से जहां पूर्व में पड़े सुनसान मार्ग को बेहतर पर्यटन स्थल में तब्दील किया जा सका वहीं शहर के नजदीक बड़े वानिकी क्षेत्र में पर्यटकों के आवाजाही का बेहतरीन स्थल उपलब्ध हुआ है। कार्यक्रम के आरम्भ में उप वन संरक्षक(उत्तर) ओ.पी.शर्मा ने बताया कि केम्पा योजना के तहत 1.60 करोड़ की लागत से यह वन खंड विकसित किया गया है। यहां लगाए गए पौधे शत प्रतिशत पनप गए हैं। आरम्भ में अतिथियों के हाथों फीता काटकर तथा उद्घाटन पट्टिका अनावरण कर विधिवत लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक राहुल भटनागर, उप वन संरक्षक हरिणी वी., आर.के. जैन, शैतान सिंह, सुहैल मजबूर सहित वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं प्रबुद्धजन एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।
राज्य की पहली जिप लाइन का रोमांच
फूलों की घाटी स्थल में नया आकर्षण ’जिप लाइन’ होगी जो 375 मीटर लम्बाई की स्थापित की गई है। इससे पर्यटन व केफेटेरिया छोर से गोरेला व्यू प्वाइंट तक स्थापित की गई है जो गहरी खाई से गुजरने का रोमांच देगी।
अन्य आकर्षण
स्थल पर नेचर टेªल, हिल साइकल सवारी, केफेटेरिया, चार स्थानों पर नेचर व्यू प्वांइंट, मध्य में इन्टरप्रिटेशन सेंटर, पुराने दरवाजे को हेरिटेल संरक्षण का रूप देते हुए पुनरुद्धार किया गया है।
सम्मान
समारोह में वानिकी संरक्षण में सराहनीय सेवाओं के लिए वन सुरक्षा समिति अध्यक्ष आनंदीलाल एवं दल, वन रक्षक संतोष भाटी, पंकज खटीक, सुधीर कुमार, एडवेंचर स्पोर्ट्स के नीरज भट्ट आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संयोजन वन अधिकारी लायक अली खाॅ ने किया। आभार सहायक वन संरक्षक देवेन्द्र कुमार तिवारी ने जताया।
विविध दरें:-
फूलों की घाटी पर प्रवेश शुल्क वयस्कों के लिए 30 रुपये, विद्यार्थियों के लिए 10 रुपये, विदेशी नागरिकों हेतु 100 रुपये, केमरा 50 रुपये, वीडियो केमरा 100 रुपये, हिल साइकिल 50 रुपये प्रतिघंटा तथा जिप लाइन की सुविधा 200 रुपये दर पर उपलब्ध होगी।