उदयपुर। लगातार बढती प्रतिस्पर्धा और महगॉई के इस दौर में गरीब और भामाषाह योजना के मरीजो को विष्व स्तरीय सुविधा के साथ साथ सुपर स्पेषियलिटी सेवा ग्रस्ट्रोइन्टेसटाइनल सर्जरी के मरीजों को आज भी उमंग और फिर से उठ खडा होने की राह दिखा रहा है पेसिफिक मेडीकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल का गेस्ट्रोलॉजी विभाग।
दरअसल बॉसवाडा जिले के अथूर्ना के रहने वाले 50 बर्षीय रमन लाल को पिछले 12 महिनो से पेट में दर्द की षिकायत थी जो दिनों दिन बडती गई जिसके चलतें रमन लाल को काम करने के साथ साथ खाने में परेषानी हो रही थी। जिसके कारण षरीर में काफी कमजोरी आ गई और वजन भी कम हो गया। परिवार के लोगो ने उसे कई जगह दिखाया लेकिन कोई फायदा नहीं मिला। पेषे से मजदूरी का काम करने वाले रमन लाल ने बताया कि उसे पीलिया हो गया था इलाज में लापरवाही के चलते बीमारी वढती गई।
परिजन उसे पीएमसीएच लेकर आए जहॉ उन्होने उसे ग्रस्ट्रो सर्जन डॉ.विकेष जोषी को दिखाया,मरीज की सीटी स्केन एवं जॉचों में पता चला कि रमनलाल को पेन्क्रीयाज के हैड का जटिल केन्सर है जिसका कि ऑपरेषन द्वारा ही इलाज सम्भव था।
पॉच घण्टे तक चले इस जटिल ऑपरेषन को अंजाम दिया ग्रस्ट्रो सर्जन डॉ. विकेष जोषी, एनेस्थिटिक डॉ. प्रकाष औदित्य, डॉ. समीर गोयल, अजय चौधरी एवं संदीप की टीम ने।
डॉ. विकेष जोषी ने बताया कि मरीज को पेन्क्रीयाज के हैड केन्सर था जो कि हजारों में एक मरीज को होता है। जिसका ऑपरेषन करना जटिल था क्यों कि पेन्क्रीयाज के दोनो तरफ खून की मुख्य नलियॉ होती है। इस तरह के केन्सर में अगर मरीज को कुछ महिनो इसका पता नहीं चलता तो उसकी जान भी जा सकती थी। रमनलाल अभी पूरी तरह से स्वस्थ्य है और खुष है कि उसे नया जीवनदान मिला।