इण्डियन इन्स्टीट्यूशन आफ आर्किटेक्ट का उदयपुर बना सब सेन्टर शपथग्रहण
उदयपुर। इण्डियन इन्स्टीट्यूशन आफ आर्किटक्ट के चैन्नई से आये नेशनल जाइट आनरेरी सेक्रेटी सी.आर. राजू ने कहा कि आर्किटेक्ट हमेशा पाॅजीटिव रहता है और यही कारण है कि वह अपने कार्य के साथ लोगों के घरों व संस्थानों में खुशहाली लाता है।
वे आज इण्डियन इन्स्टीट्यूशन आॅफ आर्किटक्ट के राजस्थान चेप्टर के सब सेन्टर बने उदयपुर की नवीन कार्यकारिणी के लक्ष्मीविलास होटल में आयोजित शपथग्रहण समारोह बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आर्किटेक्ट भवन निर्माण के नीति-नियमों का पालन करते हुए उस भवन या संस्थान के समुचित विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आर्किटेक्ट भवन या संस्थान में सुरक्षा के रूप में भी अपनी भूमिका निभाता है। उन्हांेने कहा कि राज्य एवं केन्द्रीय सरकार द्वारा बनाये जाने वाले बिल्डिंग बायलॅाज में आर्किटेक्ट भी अपना योगदान देता है।
इन्होंने ली शपथ- नव निर्वाचित चेयरमेन आर्किटेक्ट राजेन्द्र मंत्री, वाइस चेयरमेन आर्किटेक्ट संजीव गुप्ते, कोषाध्यक्ष आर्किटेक्ट अजय दक, जाॅइन्ट आनरेरी सेके्रट्री आर्किटेक्ट वेणुगोपाल व आर्किटेक्ट आकाश चावत के अलावा कार्यकारी सदस्य के रूप में आर्किटेक्ट संजय माथुर, आर्किटेक्ट विक्रम त्रिवेदी, आर्किटेक्ट अनूप मुर्डिया, आर्किटेक्ट अपूर्व अजमेरा, आर्किटेक्ट प्रियंका अर्जुन, आर्किटेक्ट अमित गौरव, आर्किटेक्ट दिव्य शर्मा ने शपथ ली।
इस अवसर पर आर्किटेक्ट राजेन्द्र मंत्री ने कहा कि उदयपुर की विश्व के सुन्दर शहरों में होने वाली गिनती के बावजूद शहर के सार्वजनिक स्थानों का समुचित विकास नहीं हो पाने के कारण शहर को लगभग तीन चैथाई राजस्व का नुकसान हो रहा है। ऐसे स्थानों पर पर्यटकों की आवाजाही कम रहती है। उन्होेंने कहा कि शहर में अनेक लोग अनाधिकृत रूप से आर्किटक्ट के रूप में कार्य कर रहे है क्योंकि ये व्यक्ति कोनिसल आॅफ आर्किटेक्ट के सदस्य नहंी है और जो व्यक्ति इसका सदस्य नहंी है वो आर्किटेक्ट के रूप में कार्य नहीं कर सकता है।
सब सेन्टर बना सेन्टर- 20 सदस्य के साथ सब सेन्टर के रूप में स्थापित हुआ उदयपुर कार्यक्रम के दौरान ही 50 सदस्य बनने पर सेन्टर के रूप में स्थापित हो गया। समारोह में रंगारंग संास्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। अंत में जाॅइन्ट आनरेरी सेके्रट्री आर्किटेक्ट वेणुगोपाल ने आभार ज्ञापित किया।