भारतीय अंगदान दिवस 27 को
इण्डिया बुक आफ रिकार्ड्स में होगा नाम दर्ज
जोधपुर। मारवाड़ी युवा मंच ने आगामी 27 नवम्बर को इतिहास रचने की तैयारी कर ली है। भारतीय अंगदान दिवस के मौके पर 27 नवम्बर को 25 हजार लोगों के अंगदान करने के शपथ पत्र के साथ इण्डिया बुक आॅफ रिकाॅर्ड्स में इसका नाम दर्ज हो जाएगा।
मारवाड़ी युवा मंच की अंगदान देहदान की राष्ट्रीय संयोजक डाॅ. काजल वर्मा ने अंगदान के वैज्ञानिक पहलुओं को समझाते हुए कहा कि अंगदान को लेकर अभी तक बहुत सारी भ्रांतियां लोगों के मन में बैठी है। जबकि अंगदान केवल मस्तिक मृत्यु के बाद ही संभव है ,10,000 में से लगभग दो मनुष्य ही इस स्थिति तक में पहुंचते हैं। लोगों के मन में बैठी ऐसी भ्रांतियों क्यों को दूर कर अधिक से अधिक फॉर्म्स भरवा कर अंगदान के प्रति जागरुकता फैलाना ही अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच का ध्येय है। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच देश के युवा मारवाड़ी समाज की अग्रणीतम सामाजिक संस्था है, जो देश के 18 राज्यो में अपनी 648 शाखाओं एवं 52372 कार्यकर्ताओं के माध्यम से पिछले 38 वर्षों से निरंतर अपनी सेवाएं दे रहा है, आज विदेश में भी अपनी 7 शाखाओं के साथ कार्यरत है।
सामाजिक सरोकारों में हमेषा से है अग्रणी
मंच द्वारा संचालित मोबाइल कैंसर डिटेक्शन वैन, अमृतधारा, कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण (1,50,000 अभी तक), तथा 282 एंबुलेंस व शव-वाहिनी सेवा का संचालन व रक्तदान, जैसे अनेक जनसेवा कार्य मंच द्वारा किए जाते रहे हैं। इसके अतिरिक्त युवा विकास, गरीब बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, बेटी बचाओ, स्वच्छ भारत व वृक्षारोपण के साथ ही छात्रावास व प्रशिक्षण केंद्र आदि कार्य मंच समाज हित में मानव सेवा हेतु प्रतिपादित करता आया है। ’अंगदान – देहदान’ भी मारवाडी युवा मंच का एक प्रमुख प्रकल्प है और इसकी जागरुकता के लिए मंच अपनी सभी शाखाओं के साथ मिलकर बहुत अच्छा काम कर रहा है। आगामी 27 नवंबर को ’राष्ट्रीय अंगदान दिवस’ के अवसर पर मंच साथियों व समाज बंधुओं के सहयोग द्वारा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने की तैयारियां की जा रही है और अभी तक देश भर से हजारों की संख्या में फॉर्म्स भरे जा चुके हैं, जो कि भारत सरकार की संस्था नोटों (नेशनल ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन) द्वारा मान्यता प्राप्त है।