उदयपुर। अंतरराष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णवव परिषद की ओर से आचार्य श्रीवल्लभाचार्य के 535 वें प्राकट्य महोत्सव पर सोमवार को श्रीनाथजी मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में सवा किलो चांदी से निर्मित मुख्य कलश के साथ 51 कलश धारण किए महिलाएं शामिल हुई।
दो बग्घियों में श्रीनाथजी एवं वल्लभाचार्यजी की शृंगारित प्रतिमाएं रखी थीं। जिस मार्ग से शोभायात्रा निकली, वहीं भक्तोंल ने शीश नवाएं। श्रीनाथजी मंदिर से निकली शोभायात्रा बड़ा बाजार, भड़भूजा घाटी, भूपालवाड़ी, धानमण्डीं, अमल का कांटा होते हुए वापस श्रीनाथजी मंदिर पहुंची। इसके बाद शयन दर्शन हुए और बधाई कीर्तन के पद गाए गए। सुबह से देर रात तक भक्तों। का तांता लगा रहा।