सफल उद्यमियों से प्रोत्साहन पाकर विद्यार्थियों में नया व्यवसाय करने की प्रेरणा जागृत होती है इसी को देखते हुए पेसिफिक विश्वविद्यालय ने एमएसएमई के साथ मिलकर विश्वविद्यालय में बिजस्टार्ट के फाउंडर एवं सफल उद्यमी मुंबई के हितेश पोरवाल को आमंत्रित किया गया।
उन्होंने बदलते आर्थिक परिदृश्य में विभिन्न व्यावसायिक अवसरों को पहचानने के तरीकों और उन्हें क्रियान्वित करने की विधि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। हितेश ने बताया कि किसी व्यापक जन समस्या का समाधान देने लायक सेवा या उत्पाद ही लंबे समय तक बाजार में टिक सकता है। उत्पाद इस तरह का होना चाहिए जिसकी डिमांड लगातार बनी रहे। उन्होंने सुझाया की व्यवसाय इस तरह का चुनना चाहिए जिसमें कि गहरी रूचि व जुनून हो तभी अपना शत-प्रतिशत उत्साह पूर्वक देते हुए सफल होंगे अन्यथा शीघ्र ही हार मान लेंगे।
किसी भी व्यवसाय को सफल होने में समय लगता है इसके लिए धैर्य के साथ सतत प्रयास जरूरी होते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को एजुकेशन, टेक्नोलॉजी, हेल्थ, फैशन, होटल, फार्मेसी, कंसलटेंसी इत्यादि से संबंधित विभिन्न नवीन व्यवसायों की जानकारी दी। विद्यार्थियों ने भी इस अवसर का भरपूर लाभ उठाया और अपने प्रश्नों का जवाब सीधे एक्सपर्ट के माध्यम से प्राप्त किया। इंजीनियरिंग व एमबीए के विद्यार्थियों ने अपनी ओर से कई बिजनेस आइडिया भी प्रस्तुत किए। जिन आइडिया को योग्य पाया गया उन पर भविष्य में आगे कार्य किया जाएगा तथा विद्यार्थियों को मेंटर नियुक्त किए जाएंगे जो कि उन्हें आइडिया को क्रियान्वित करने में प्रौद्योगिकी एवं वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करवाने में मदद करेंगे।
पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट प्रोफेसर के.के दवे ने विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनने का आह्वान करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा यथासंभव सहायता करने का विश्वास दिलाया। पेसिफिक में कार्यरत इनक्यूबेशन सेंटर विभिन्न स्टार्टअप आइडिया को एंजल इन्वेस्टर्स दिलवाने के लिए प्रयासरत है। एमएसएमई डिपार्टमेंट की ओर से सहायक निदेशक डॉ. योगेश श्रीवास्तव ने विभाग द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी जिसका लाभ उठाकर विद्यार्थी लघु व मध्यम स्तर के विभिन्न निर्माण व ट्रेडिंग संबंधी व्यवसाय कर सकते हैं। प्रो अनुराग मेहता ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं कार्यक्रम का संचालन सुनील शर्मा ने किया।