उदयपुर। झाडोल प्रखंड के आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों को अब सुव्यवस्थित आंगनवाड़ी भवन मिल जाने से उनमें खुशी का माहौल है। बच्चों के साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहयोगिनी भी केन्द्र पर आने वाले बच्चों को अब और अधिक नियोजित माहौल में शालापूर्व शिक्षा के साथ ही पोषाहार और स्वास्थ्य पर संपूर्ण ध्यान दे पा रही है।
2005 से अमीवाडा आंगनवाड़ी केन्द्र उपस्वास्थ्य केन्द्र के छोटे से कमरे में संचालित था जिसमें बच्चों को बिठाने के लिए पर्याप्त स्थान नही था। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा राजस्थान सरकार से 3055 आंगनवाडियों को सुदृढ बनाने के लिये तथा 6 वर्ष से कम की आयु के ग्रामीण बच्चों को सुपोषण, शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए चलाये जा रहे खुशी कार्यक्रम के तहत् अमीवाड़ा केन्द्र के प्रोजेक्ट फील्ड मोनिटर द्वारा इस मामले में पहल की गयी। जानकारी के अनुसार आंगनवाड़ी भवन एक वर्ष पूर्व बन चुका था लेकिन उसमें दरवाजा नहीं लगने की समस्या के चलते केन्द्र नये भवन में संचालित नहीं हो पा रहा था जिसे समुदाय बैठक में सरपंच के साथ मिल कर हल किया गया एवं नवनिर्मित भवन में पंचायत मरम्मत फंड से दरवाजा लगवा कर केन्द्र को सुचारू रूप से प्रारंभ कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि हिन्दुस्तान जिंक द्वारा गिर्वा, झाडोल और उदयपुर शहर की 575 आंगनवड़ियों केन्द्रों को सुदृढ़ बनाने के लिये खुशी कार्यक्रम की शुरूआत की है।