आचार्यश्री शिवमुनि पंचायती नोहरे में एक दिवसीय ध्यान शिविर आज
उदयपुर। श्रमणसंघीय आचार्य डाॅ. शिवमुनि महाराज आज प्रातः तारक जैन गुरू ग्रन्थालय से विहार कर सिन्धी बाजार स्थित पंचायती नोहरे में पंहुचे।
वहंा आयोजित धर्मसभा में आचार्यश्री ने कहा कि जीवन जीने के लिये भगवान महावीर द्वारा दिये गये सूत्रों में से एक भी सूत्र यदि जीवन में उतार लिया तो आपका जीवन सफल हो जायेगा। शरीर की पंाचों इन्द्रियां बाहर की ओर देखती है और बाह्य सुख पाना चाहती है लेकिन अपने भीतर है,उसे बाहर नहीं पाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि भवगान महावीर की ध्यान साधना मैं कौन हूं, कहंा से आया हूं और कहंा जाना इनके उत्तर खोजना ही साधना है। पहले बीमारी आती थी लेकिन ईलाज नहीं था लेकिन आज मनुष्य ने मंगल ग्रह की भी खोज कर ली है लेकिन उसके जीवन में मंगल नहीं है।
श्रीवर्द्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष ओकारसिंह सिरोया ने बताया कि बीच मार्ग में जनता ने उनकी भव्य अगवानी की। वहंा श्रीसंघ की ओर सभी का स्वागत किया गया। सिरोया ने बताया कि आचार्यश्री रविवार को एक दिन का ध्यान शिविर लेंगे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार श्रीसंघ मंत्री हिम्म्तसिंह गलुण्डिया ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष गणेश मेहता, बसन्तीलाल कोठिफोड़ा, हिम्मतसिंह बड़ाला, संजय भण्डारी,शंकरलाल डांगी,श्राविका संघ की अध्यक्ष भूरि बाई,इन्दौर के प्रकाश भटेवरा, मंगलदेश के कपूर सिरसा सहित सैकड़ेां की संख्या में श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थी।
श्रीशिवाचार्य चतुर्मास आयोजन समिति के मुख्य संयोजक विरेन्द्र डंागी ने बताया कि आचार्यश्री के सानिध्य में रविवार को एक बैठक का आयोजन किया जायेगा। जिसमें श्रीसंघ कार्यकारिणी के सभी सदस्य एवं उससे जुड़ी सभी संस्थाओं के सदस्य, श्राविका संघ, युवक परिषद एवं श्री शिवाचार्य चातुर्मास समिति समिति 2018 के सभी संयोजक एवं उनकी कार्यकारिणी के सदस्य भाग लेंगे। कार्यक्रम पश्चात आचार्यश्री शिव मुनि जी के प्रवचन होंगे।
डांगी ने बताया कि रविवार को सभी समिति के संयोजक ओर उनके 11-11 सदस्य प्रातः 6.30 बजे आयोजित होने वाले ध्यान शिविर में भाग लेंगे। तत्पश्चात आचार्यश्री द्वारा चातुर्मास हेतु मार्गदर्शन दिया जायेगा।