उदयपुर में आईआईएम का उद्घाटन
उदयपुर. केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री डॉ. सी. पी. जोशी ने कहा की वर्तमान में आधारभूत ढांचे के विकास में पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप को बढाने की आवश्यकता है. गाँवों में जब तक रोजगार और जीविकोपार्जन के संसाधन नहीं होंगे तब तक गाँवों के लोगों का जीवन स्तर ऊपर नहीं उठ सकेगा. वे शनिवार को राज्य के पहले भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के शुभारंभ समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने माँ शारदे की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया. उन्होंने कहा की इन संस्थानों के पाठ्यक्रम देश के विकास के अनुरूप बनें. विशिष्ट अतिथि राज्य के जनजाति मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय ने कहा की अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आईआईएम खुलना यहाँ के लिए गौरव की बात है बल्कि विद्यार्थियों को देश हित में अपनी बौद्धिक क्षमता का उपयोग करना चाहिए. अध्यक्षता करते हुए संस्थान के अध्यक्ष सी. के. बिरला ने कहा की ऐसे केन्द्रों के कारण बेहतरीन प्रतिभाओं को अवसर मिल रहे हैं.इससे देश के सर्वांगीण विकास की तस्वीर उभरेगी. सांसद रघुवीर मीणा ने कहा की आईआईएम से हमारी स्थानीय प्रतिभाओं को भी अवसर मिल सकेगा. आईआईएम के निदेशक प्रो. जनत शाह ने आईआईएम की गतिविधियों पर प्रकाश डाला. स्वागत उदबोधन राज्य के प्रमुख शासन सचिव विपिन चंद्र शर्मा ने दिया. आभार सुविवि के कुलपति प्रो. आई. वी. त्रिवेदी ने जताया. जोशी ने संस्थान के अस्थायी भवन का शुभारंभ पौलिमर भवन में किया.