उदयपुर. झीलें भर कर इस वर्ष इन्द्रदेव ने सभी की मुरादें पूरी कर दी हैं लेकिन इसमें लगातार कचरा डालने वाले, जलकुम्भी से सावधान रहना होगा अन्यथा भगवान न करे कहीं वापस पहले जैसे हालत देखने पड़ें. उस दौरान पीछोला झील का पेटा उघड आया था.वहां बग्घी में बिठा कर पर्यटकों को लेक पैलेस तक ले जाया जाता था. झीलों से जलकुम्भी निकालने में मदद करें. झीलों को साफ़ रखना भी हमारी जिम्मेदारी है.
गुरुवार को नगर परिषद ने कुछ श्रमिक लगा कर जरूर जलकुम्भी निकलवाई. भरी हुई झीलें हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. गणगौर घाट किनारे आराम करते एक विदेशी को यह माहौल इतना भाया कि वह वहीँ लेट गया ओर अपनी किताब निकाल कर पढ़ने लगा.