महाराणा मेवाड़ फाउण्डेशन 31वाँ वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह
udaipur. महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के 31वें वार्षिक सम्मान समर्पण समारोह 2012 के अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रस्तरीय, राज्य स्तरीय अलंकरणों के लिए घोषित विभूतियों को रविवार को फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी अरविन्द सिंह मेवाड़ ने सिटी पैलेस, उदयपुर के माणक चौक में आयोजित सम्मान समर्पण समारोह में अलंकृत किया।
मेवाड़ ने कहा कि दुनिया में प्रजातंत्र का विचार सौ वर्ष से अधिक पुराना नहीं है जबकि मेवाड़ में प्रजातांत्रिक मूल्य की अवधारणा आज से सैकड़ों वर्ष पूर्व ही जन्म ले चुकी थी। इन्हीं मूल्यों के कारण मेवाड़ का शासक हर सदी में जनता का सेवक बनकर ही रहा है। उन्होंने कहा कि आज उदयपुर ने पर्यटन के अलावा निर्दोष पर्यावरण, शाश्वत निर्माण एवं उदार जीवन आदर्शों के कारण भी विश्वभर का ध्यान अपनी ओर खींचा है और जगत में अपना सम्मानित स्थान बनाया है।
अध्यक्षता करते हुए बालकवि वैरागी ने सम्मानित विभूतियों का स्वागत कर समारोह की सराहना की। साथ ही आम जीवन में एक आम आदमी द्वारा मनुष्य एवं मिनिस्टर के उनके बताये भेद पर खूब तालियाँ बजी. ट्रस्टी लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने धन्यवाद दिया. फाउण्डेशन के प्रवक्ता पंडित नरेन्द्र मिश्र ने फाउण्डेशन की उपलब्धियों का उल्लेख कर प्रताप एवं मेवाड़ पर कविता पाठ किया।
ये हुए सम्मानित: कर्नल जेम्स टॉड अलंकरण से डॉ. एन्ड्रयु टॉप्सफिल्ड, हल्दीघाटी अलंकरण से वरिष्ठ पत्रकार हरिन्दर बावेजा तथा डॉ. गुलाब कोठारी, हकीम खाँ सूर अलंकरण से सिने जगत के युवा फिल्म अभिनेता राहुल बोस, महाराणा उदयसिंह अलंकरण से देश के प्रसिद्ध इंडियन इंस्टिट्यूट रिमोट सेन्सिंग इसरो के निदेशक तथा भारत के प्रथम सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग का उपयोग करने वाले डॉ. पार्थ सारथी रॉय, पन्नाधाय अलंकरण से आमटे दम्पत्ति डॉ. प्रकाश व डॉ. मंदाकिनी, महाराणा मेवाड़ विशेष सम्मान से पुलिस थाना चौमूं जिला जयपुर शहर (पश्चिम), महाराणा मेवाड़ सम्मान से अरूणा सिंघानिया डालमिया तथा कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. कीर्ति जैन, महर्षि हारीत राशि सम्मान से जोधपुर के पं. रमेश भोजराज द्विवेदी तथा जयपुर निवासी डॉ. वीरनारायण एन. के. पाण्डुरंगी, महाराणा कुम्भा सम्मान से जयपुर के वयोवृद्ध इतिहासकार एवं राजस्थान के प्रथम जनसम्पर्क निदेशक राजेन्द्र शंकर भट्ट को तथा साहित्य के क्षेत्र में आई आई टी, हैदराबाद में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हिन्दी एवं अंग्रेजी साहित्य के धनी बीकानेर क्षेत्र के डॉ. नन्द किशोर आचार्य, महाराणा सज्जनसिंह सम्मान से हस्तशिल्प ब्ल्यु पॉटरी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले जयपुर के श्री गोपाल सैनी, डागर घराना सम्मान से भारतीय शास्त्रीय संगीत के पंडित चिरंजीलाल तंवर एवं के. सी. मालू, राणा पूंजा सम्मान से मशरू लाल खेर, अरावली सम्मान से सकारात्मक सोच, मानसिक दृढ़ता और साहस के दम पर शारीरिक विकलांगता पर विजय पाने वाली जयपुर की डेयर डेविल दीपा मलिक तथा मेवाड़ को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट के क्षेत्र में गौरव दिलाने वाले अशोक मेनारिया को सम्मानित किया गया। भामाशाह अलंकरण से वर्ष 2010 के 19 एवं वर्ष 2011 के 24 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों, महाराणा राजसिंह अलंकरण से 2010 एवं वर्ष 2011 की श्रेष्ठ उपलब्धियों के लिए 5-5 विद्यार्थियों एवं महाराणा फतहसिंह सम्मान अलंकरण से 2010 के 22 एवं वर्ष 2011 के 37 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। समारोह का संचालन गोपाल सोनी एवं रूपा च्रकवर्ती ने किया।
छलके आंसू : समारोह में जब दीपा मलिक ने जीवन में उनके संघर्ष और उनेक पिता के सहयोग की चर्चा की तो समारोह में उपस्थित हर शख्स की आंखें छलक आई वहीं जब उन्होंने अपने हौसले की बात बताई तो हर शख्स ने अपने स्थान से खड़े होकर देर तक तालियां बजाई। कईयों के तो आंसू ही छलक पड़े।