शहर के चहुमुंखी विकास के साथ आमजन के लिये कई योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा : खुराना
उदयपुर। नगर विकास प्रन्यास ट्रस्ट की 2012-13 वर्ष के वार्षिक बजट बैठक मंगलवार को यूआईटी सभागार में सपन्न हुई जिसमें 2 अरब 38 करोड़ 19 लाख रूपये का बजट पारित कर दिया गया। यूआईटी चेयरमेन रूपकुमार खुराना के उदयपुर में इस पद के अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट था जिसमें आय मद में न्यास को 2 अरब 38 करोड़ 33 लाख रूपयों की आय होने की उम्मीद है और व्यय मद में 2 अरब 38 करोड़ 19 लाख रूपयों के खर्च होने का अनुमान है।
बैठक में पिछले बजट के शेष कार्यों की भी समीक्षा की गई। खुराना पहले ही कह चुके थे कि उनका बजट काफी संतुलित होगा और इसे ज्यादा से ज्यादा जनोपयोगी बनाया गया है। न्यास अध्यक्ष खुराना के अनुसार नगर विकास प्रन्यास ट्रस्ट की 2012-13 वर्ष के वार्षिक बजट में न्यास को आय मद में भूमि भूखण्ड व आवास ग्रहों से आय के रूप में 15632.60 लाख रूपये, भूमि रूपान्तरण एंव नियमन से 3200.00 लाख रूपये, केन्द्र एंव राज्य सरकार से झील संरक्षण एंव राजीव गांधी आवास ययोजना के तहत 2700 लाख एंव जनसहभागिता योजना के तहत 40 लाख रूपये एंव विभिन्न मदों में 2261.30 लाख सहित कूल 23833.90 लाख रूपये वित्तीय सहायता के रूप में प्राप्त होगे। जबकि व्यय मद में विभिन्न मदों पर कुल 23819.68 लाख रूपये न्यास द्वारा व्यय किये जाएगे।
न्यास अध्यक्ष खुराना के अनुसार इस बजट में सड़क निर्माण, वृक्षारोपण, सर्किल विकास, विद्युतीकरण, ब्रिज, पुलिया, फ्लाई ओवर निर्माण, आवास ग्रह निर्माण, झील संरक्षण के तहत फतहसागर एंव पिछोला के पुर्नद्धार, सीवरेज से मुक्ति के लिये कारगर प्रयास, उदयपुर के खेल गांव के विकास के तहत स्टेडियम निर्माण, शहरी सौन्दर्यकरण, शहर के ज्वलंत मुद्दे पार्किंग निर्माण, फुटपाथ, पर्यटन की दृष्टि से पहाडियों के चहुमुंखी विकास पर राशि खर्च किये जाएंगे।
यूआईटी के बजट में शहर में सड़क, आवास, जन सुविधाओं पर अधिक से अधिक खर्च किया जाना प्रस्तावित है। यूआईटी की बजट बैठक में आय व्यय के मुद्दे पर विशेष तौर से चर्चा की गई। यूआईटी ट्रस्ट की बैठक में बजट के अलावा प्रतापनगर-भुवाणा फोरलेन, एलिवेटेड रोड आदि के संबंध में भी चर्चा की गई। जो बजट के एजेंडे के अतिरिक्त प्रस्ताव थे। यूआईटी बजट से शहर को अपेक्षा थी कि शहर में ज्यादा से ज्यादा सड़कों के निर्माण, चौड़ी करण व लिंक रोड बनाने के प्रस्ताव हो ताकि शहर में यातयात की समस्या का समधान हो सके। शहर के लोगों को यूआईटी से नई आवासीय योजनाओं की भी अपेक्षा को पूरा करने का ध्यान रखा गया है। यूआईटी की शहर में पन्नाधाय योजना के बाद कोई बड़ी आवासीय योजना नहीं आई है। शहर में लोगों की सुविधा के लिए खेल मैदान, बगीचे अन्य मनोरंजक जनक स्थलों को भी ज्यादा से ज्यादा निर्माण हो ताकि शहर और अधिक सुंदर बन सके।शहर के लोगों की स्पोर्ट्स गतिविधियां आयोजित हो इसके लिए खेल गांव का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण किए जाने की भी लक्ष्य राा गया है।
बजट बैठक में सचिव आर. पी. मीणा, लेखाधिकारी बी पी शर्मा, प्रदीप सिंह सांगावत, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।