उदयपुर। इण्डियन आइडल 2007 के फाइनलिस्टप में स्थांन बनाने वाले परलीनसिंह गिल का मानना है कि अगर लगन हो और रियाज किया जाए तो गायन के क्षेत्र में भी कैरियर संभव है। चूंकि मेरा पारिवारिक बैकग्राउण्ड आर्मी का रहा है। मेरे पिता आर्मी में हैं, इसके बावजूद मैं गायन क्षेत्र में हूं।
वे शनिवार को होटल स्वआरूप विलास में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। वे यहां मेवाड़ हाई-टेक इंजीनियरिंग की ओर से 15 वें स्थापना दिवस पर शनिवार शाम को प्रस्ताववित कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं।
उन्होंाने कहा कि मेरा यूं कोई एक गुरु नहीं है। मैंने सभी गीतकारों को अपना गुरु माना है। किसी की रेंज तो किसी का फील और किसी की हरकतें.. सभी की कुछ न कुछ खासियत पकड़कर अपना गायन करता हूं। इसलिए मेरे सभी गुरु हैं। 2007 के बाद से कभी फ्री नहीं बैठ पाया। लगातार शो कर रहा हूं। मेरे अधिकतर सहकर्मी आर्मी में ही हैं। कुछ कैप्टीन बने हैं, तो कुछ तैयारी में हैं। इससे पहले एक वर्ष तक आरजे भी रह चुका हूं।
नेपाली, भोजपुरी, गुजराती आदि में भी गाने गा चुके परलीन बताते हैं कि अब लक्ष्यस फिल्मोंै में प्लेलबैक देना है। हाल ही में आई एजेन्टु विनोद के लिए गाना फाइनल था। हो भी चुका था लेकिन अंतिम समय में तकनीकी कारणों से रह गया। पहला चांस मिलना बहुत मुश्किल है। फिर तो स्वत: कामयाबी आपके पास आती है।
hey you didn’t tell me that u was about to sing in Agent Vinod.. Oh my God… Dear, Hope you’ll get a 1000 chances… love you <3