उदयपुर। यहां सिटी पैलेस स्थित महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर द्वारा गाइडों की विशेष कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। फाउण्डेशन के सभागार में मेवाड़ की चित्रांकन परंपरा विषय पर कलाविद् मनीष सोनी ने गाइडों को जानकारी दी।
महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि समयोपरांत आयोजित कार्यशालाओं में पैलेस के अधिकृत गाइडों को मेवाड़ के इतिहास की जानकारी दी जा रही है। इसी क्रम में शनिवार को आयोजित कार्यशाला में कलाविद् मनीष सोनी ने भारतीय चित्र परंपरा, मेवाड़ी चित्रशैली, प्राकृतिक चित्रशैली, आधुनिक चित्रशैली, परंपरागत चित्रशैली के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विदेशो में मेवाड़ी चित्रकला खासतौर से पंसद की जाती है। यहां की सवारी एवं नाथद्वारा की विशेष पिछवई में रास एवं कृष्णलीलाओं का चित्रण जगजाहिर है। इन्होंने लिया भाग: शनिवार को आयोजित कार्यशाला में चतर सिंह चौहान, धनवीर सिंह, दीपक व्यास, देशपाल सिंह राणावत, देवेन्द्र सिंह कितावत, देवेन्द्र कुमार शर्मा, देवेन्द्र भान सिंह, धर्मेन्द्र सिंह भाटी, दिग्विजय सिंह शक्तावत, दिनेश राजपूत, फारीद अहमद, गजेन्द्र दाधीच, गजेन्द्र शर्मा, घनश्याम सिंह शक्तावत, गिरीश रावल, गोपाल कृष्ण सुखवाल , गोविन्द सिंह राठौड़, हंस राज उंठवाल, हंसमुख शर्मा, हरीश सुखवाल, हर्षवद्र्धन सिंह चौहान, भूपेन्द्र सुहालका, चन्द्रप्रकाश भट्ट, सुरेश गोठवाल, अक्षत सिंह राव, भरत कुमावत, घनश्याम सिंह चौहान ने भाग लिया।