उदयपुर। कृषि व्यवसाय प्रबंधन विभिन्न कृषि से जुडे हुए क्षेत्रों का समायोजन है जैसे रासायनिक एवं जैविक खाद उद्योग, कीटनाशक उद्योग, कृषि उपकरण उद्योग, खाद्य प्रसस्कंरण एवं खुदरा व्यवसाय (फल एवं सब्जी), कृषि वित्त प्रबन्धन, बीज उत्पादन उद्योग आदि।
सरकार की कृषि उपयोगी नीतियों के फलस्वरूप कृषि सम्बंधी उद्योग फलफूल रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए राजस्थान कृषि महाविद्यालय के कृषि अर्थशास्त्र एवं प्रबन्धन विभाग के अधीनस्थ संचालित सेन्टर फॉर एग्री-बिजनेस मेनेजमेन्ट का आगाज वर्ष 2009 में किया गया था।
कृषि व्यवसाय प्रबंधन द्विवर्षीय पाठ्यक्रम है जिसमे अब तक वर्ष 2009-11 बैच के 18 विद्यार्थी डिग्री प्राप्त कर चुके हैं तथा 2010-12 का बैच भी डिग्री की ओर अग्रसर है। राजस्थान कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाेता डा. एस. आर. मालू ने बताया कि द्वितीय बैच के 18 विद्यार्थियों में से 7 विद्यार्थी नामी कम्पनियों व बैंक में चयनित होकर अपना भविष्य सुनिश्चित कर चुके हैं तथा 8 अन्य विद्यार्थियों को एचएसबीसी बैंक ने चयन हेतु उपयुक्त पाया है। कोर्स के नोडल अधिकारी डॉ. डी. सी. पंत ने बताया कि वर्ष 2012-14 में प्रवेश हेतु आवेदन किया है। 30 मई से क्लापसेज आरम्भ हो चुकी है जो 30 जून तक चलेगी। इच्छुक विद्यार्थी जो कृषि एवं कृषि सम्बन्धी विषयों मे स्नातक डिग्री प्राप्त कर चुके हैं अथवा जून 2012 तक करने वाले है आवेदन कर सकते हैं।