भाजपा नेता डांगी पर फायरिंग का मामला
उदयपुर। भाजपा के शहर जिला महामंत्री मोतीलाल डांगी पर गत 15 जून को फायरिंग के मामले में पुलिस तीन आरोपियों को अहमदाबाद से गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें 9 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर सौंप दिया गया।
पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने मामले का का खुलासा करते हुए पत्रकारों को बताया कि प्रारम्भिक जांच पड़ताल में इस घटना का मुख्य कारण जमीनी विवाद सामने आया है। माली कॉलोनी स्थित मोहन गिरी की बेशकीमती जमीन का सौदा महज 1.47 करोड़ में हुआ था, लेकिन इसकी कीमत ज्यादा आंकी जा रही थी। उस जमीन का सौदा भाजपा नेता मोतीलाल डांगी ने करवाया था, लेकिन उक्त जमीन आरोपी खरीदना चाह रहे थे। सौदा नहीं बैठने के कारण आरोपियों को आर्थिक नुकसान हुआ। इससे खफा होकर मुख्य आरोपी आजम खां ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों शहजाद पुत्र अब्दुल गफ्फार लौहार, जहीर पुत्र कबीर अहमद तथा इमरमुद्दीन (तीनों ही उदयपुर निवासी) को इस वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार किया। आरोपी डांगी पर जानलेवा हमला की वारदात को अंजाम देकर शहर से भाग निकले और जयपुर, अजमेर होते हुए अहमदाबाद चले गये। वहां अहमदाबाद क्राईम ब्रांच की मदद से तीन आरोपियों को शहर की भूपालपुरा थाना पुलिस गिरफ्तार कर उदयपुर ले आई जहां उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीमें गठित की गई थी जिसने सीमावर्ती राज्यों में भी आरोपियों की खोजबीन की। मामले के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी बाकी है।