उदयपुर। गुरु पूर्णिमा का पर्व मंगलवार को हर्षोल्लामस से मनाया जाएगा। इस अवसर पर मंदिरों, स्थानकों पर पूजा की जाएगी। गुरुजनों का सम्मान किया जाएगा।
आषाढ़ मास की इस गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के अवतार वेदव्यास का जन्म हुआ था। इन्होंने महाभारत आदि कई महान ग्रंथों की रचना की। कौरव, पाण्डव आदि सभी इन्हें गुरु मानते थे इसलिए आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा व व्यास पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन गुरु की पूजा कर सम्मान करने की परंपरा प्रचलित है। हिंदू धर्म में गुरु को भगवान से भी श्रेष्ठ माना गया है क्योंकि गुरु ही अपने शिष्यों को सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है तथा जीवन की कठिनाइयों का सामना करने के लिए तैयार करता है इसलिए कहा गया है –
गुरुब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर:।
गुरु: साक्षात परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरुवे नम:।।