उदयपुर। रुस्ताम-ए-हिंद के सम्मान से नवाजे गए दारासिंह के निधन पर उदयपुर में भी शोक जताया गया। टीवी धारावाहिक रामायण में हनुमान के किरदार से एक बार फिर प्रसिद्ध हुए श्री सिंह का गुरुवार सुबह निधन हो गया था।
उस्ताद कर्णसिंह पहलवान भीम राष्ट्री य व्यायामशाला में पहलवानों एवं कुश्ती कोच ने सिंह के निधन पर शोक जताया। संचालक दिलीपसिंह चौहान ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय कुश्ती कोच कैलाश पालीवाल, जयप्रकाश निमावत, जाजी मेघवाल, सुशील सेन, प्रहलाद चौहान, देवेन्द्रि साहू, प्रशांतसिंह चौहान ने श्रद्धांजलि दी। चौहान ने बताया कि 1993 में राजस्थातन कुश्तीह केसरी दंगल में हुई मुलाकात में दारासिंह ने कुश्ती को अपना पहला प्यार बताते हुए कहा कि अगर कुश्ती नहीं होती तो मैं यहां नहीं होता। कुश्ती के कारण ही मुझे इतना नाम-सम्मान मिला। इसी वजह से हनुमान का रोल भी मिला।
युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पंकज शर्मा ने जारी एक बयान में कहा कि दारासिंह ने हनुमान की भूमिका का निर्वहन निजी जीवन में भी किया। रामायण में हनुमान की भूमिका ने लोगों में उनके प्रति अपार श्रद्धा व स्नेह उत्पन्न कर दिया था।