103 वां जन्म जयंती समारोह
Udaipur. उपाध्याय पुष्कर मुनि ने समाज को नई दिशा प्रदान करने के लिए काफी संघर्ष किया। वे ऐसे महान व्यक्तित्व के धनी थे जिन्होंने पूरे विश्वम में प्रेम, शांति और भाईचारे का संदेश प्रसारित किया। आज हम सभी उनके द्वारा प्रदत्त प्रेरणाओं के ऋणी हैं। ये विचार राष्ट्रसंत गणेशमुनि शास्त्री ने व्यक्त किए।
वे रविवार को देवेन्द्र धाम में जैनाचार्य देवेन्द्र मुनि शिक्षण एवं चिकित्सा शोध संस्थान तथा श्री तारक गुरु जैन ग्रंथालय के तत्वावधान में साधना के शिखर पुरूष उपाध्याय पुष्कर मुनि म.सा. की 103 वीं जन्म जयंती समारोह को संबांधित कर रहे थे। समारोह में श्रमण संघीय सलाहकार दिनेश मुनि को उनकी सामाजिक सरोकारों से जुडी दीर्घकालीन देन एवं साहित्यिक उपलब्धियों के फलस्वरूप हिन्दी साहित्य संस्था इलाहबाद की ओर से ’साहित्यश्री’ की मानद उपाधि से अलंकृत किए जाने पर उन्हें प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।
प्रवर्तिनी महासती डॉ. चंदना ने भी संबोधित किया। समारोह में मुंबई के धनसुख भाई—अश्विन भाई दोशी परिवार ने झण्डारोहण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जन्म जयंती पट्टï का अनावरण श्रीमती बसंतादेवी—हनुमतमल, वीरेन्द्र—रजनी, डॉ. वैभव—डॉ. अनिता, शुभम—अंकिता, निलय डांगी परिवार के हाथों हुआ। इस दौरान वातावरण जय महावीर की करतल ध्वनि से गंूज उठा। महावीर दरबार का अनावरण श्रीमती कमलादेवी—स्व. देवीलाल, दिनेश, हेमंत, ललित, मीना चोरडिया, अमर दरबार का अनावरण श्रीमती लहरबाई—स्व. मोहनलाल, सुरेशकुमार, भगवतीलाल मोदी, देवेन्द्र दरबार का अनावरण हुक्मीचंद, रमेश, मुकेश, सुरेश, विनीत खोखावत एवं शिव दरबार का अनावरण दयालसिंह, हेमंतकुमार छाजेड देलवाडा वाले द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि लुधियाना के उद्योगपति लाला विजयकुमार जैन थे। अध्यक्षता दुबई प्रवासी उद्योगपति राजकुमार बोहरा ने की। जिला प्रमुख मधु मेहता, सभापति रजनी डांगी, पूना, महावीर भवन सूरत के अध्यक्ष बसंतीलाल भोगर, औरंगाबाद के डॉ. चंपालाल देसरडा, मुम्बई के अश्विन भाई दोशी, भुवाणा सरपंच सीमा चोरडिया तथा समाजरत्न किरणमल सावनसुखा समारोह गौरव के रूप में उपस्थित थे।