मानव एवं प्राकृतिक संसाधनों के सदुपयोग से भारत की गरीबी से मुक्ति संभव : अग्रवाल
udaipur. वेदान्ता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल अपनी उदयपुर यात्रा के दौरान गुरुवार को भारतीय प्रबन्धन संस्थान (आईआईएम) के विद्यार्थियों से मिले और उनसे अपना 20 साल का औद्योगिक अनुभव साझा कर मनोबल बढा़या।
अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने अपना व्यावसायिक जीवन एक ‘केबल स्क्रेब’ बिजनेस से प्रारंभ किया। आज वेदान्ता विश्व् की प्रमुख कंपनियों में से एक है। उद्योग प्रारंभ करने में कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ता है तथा वे अपने कठिन परिश्रम, आत्मविश्वाेस तथा सादगी से उद्योग को बढ़ाते हुए आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि वे कभी अपनी असफलताओं से घबराये नहीं और हिम्मत से आगे बढ़ते रहे। अग्रवाल ने कहा कि भारत में प्राकृतिक संपदाओं के प्रचुर भण्डार हैं तथा भारत इन प्राकृतिक संपदाओं का अधिक से अधिक सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिंक, एल्युमीनियम, कॉपर, आयरन एवं ऑयल जैसे महत्वेपूर्ण खनिज पदार्थ मानव के जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण है। ये सब मानव जीवन के दिन प्रतिदिन की रोजमर्रा कार्यों में उपयोग आते हैं। बडे दुख की बात है कि भारत में इन संपदाओं के प्रचुर भण्डार होने के बावजूद इनका सम्पूर्ण इस्तेमाल एवं उपयोग नहीं हो पा रहा है और हम आयात पर निर्भर है जिससे देश का बहुत कुछ राजस्व का अंश इन पर खर्च हो रहा है।
उन्होंने चीन का उदाहरण दिया कि चीन के पास पर्याप्त प्राकृतिक संपदाओं का अभाव होने के बावजूद उसकी विकास दर भारत से कहीं अधिक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश को प्राकृतिक संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग कर देश को गरीबी से मुक्ति दिलाई जा सकती है। इसके लिए आवश्यसक है कि हमारे नई-नई तकनोलॉजी तथा नवाचारों को अपनाये तथा देश में अधिक से अधिक उद्योग स्थापित करें। प्राकृतिक संसाधनों का नयी तकनीकी से उपयोग करना चाहिए।
अग्रवाल ने कहा कि मैं समाज को बिजनेस से ऊपर रखता हूं और सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए सदैव कटिबद्ध हूं। मेरा हमेशा प्रयास रहा कि उद्योग के विकास के साथ—साथ लोगों का उत्थान भी होना चाहिए। अग्रवाल ने भविष्य के बारे में बताया कि मैं सेवानिवृति के पश्चात् सम्पूर्ण जीवन देश के वंचित बच्चों के उत्थान एवं विकास में लगा दूंगा। दुनिया का हर तीसरा कुपोषित बच्चा भारत में रहता है जो कि काफी दयनीय स्थिति है। देश के सभी बच्चे स्वच्छ, शिक्षित और स्वस्थ रहें। अग्रवाल ने विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि लोगों की परवाह ना करते हुए अपने उद्देश्यव के प्रति एकाग्र रहकर कठिन परिश्रम तथा दृढ़ इच्छाशक्ति से कार्य करते रहना चाहिए। अगर सच्ची लगन से कार्य किया जाए तो अपने आप रास्ते मिल जाते हैं।
अग्रवाल के साथ विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध फैशन डिजाईनर कुईनी डूडी, ओएसिस एनर्जी ओमान के थॉमर अल्सानी भी मौजूद थे। इस दौरान हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिलेश जोशी, वेदान्ता समूह के अध्यक्ष (एच.आर.), ए. थिरू, आईआईएम उदयपुर के निदेशक प्रो. जनत शाह, हिन्दुस्तान जिंक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (एच.आर.), एच. के. मेहता, सहउपाध्यक्ष पेरिस जोसफ एवं हेड—कार्पोरेट कम्युनिकेशन पवन कौशिक आदि भी उपस्थित थे।