जलकुंभी निस्तांरण के लिए आएगी डिविडिंग मशीन
Udaipur. फतहसागर में ‘फ्लोटिंग फाउन्टेन‘ को तकनीकी रूप से असेवायोग्य पाए जाने पर हटाने का निर्णय किया गया है। इसी प्रकार पिछोला में फ्लोटिंग फाउंटेन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। यहां पम्पा हाउस का काम जारी है। यहां 8 फव्वांरे लगाए जाएंगे। जलकुंभी निस्ताचरण क लिए डिविडिंग मशीनें अगले तीन माह में खरीद ली जाएगी।
यह जानकारी बुधवार को हुई सिटी लेवल मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में दी गई। अध्येक्षता संभागीय आयुक्त डॉ. सुबोध अग्रवाल ने की। अग्रवाल ने फतहसागर पर प्रस्तावित ‘फिश एक्वेरियम‘ के लिए विशेष समीक्षा बैठक बुलाकर तकनीकी एवं व्यावहारिक पहलुओं पर चर्चा करने के निर्देश दिए। डॉ. अग्रवाल ने शहर में मार्ग अवरूद्घ करने वाले एवं बिना अनुमति के स्थापित साइनेज/होर्डिंग्स को तत्काल हटाने/व्यवहारिक ढंग से स्थापित करने की जरूरत बताई।
फतहसागर के नेहरू उद्यान में पानी भरने की समस्या एवं वर्षाकाल में ओवरफ्लो के दौरान यूआर्ईटी पुलिया के डूबने आदि समस्याओं के निराकरण के लिए अधिशाषी अभियंता (निर्माण) अशोक शर्मा को प्रस्ताव बनाकर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये। बैठक में झीलों में जेटी लगाने, शहर को धोबीघाट निर्माण, नई सम्पर्क सड़कों का विकास, आयड़ क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने सहित अन्य कई बिन्दुओं पर चर्चा की गई। बैठक में नगर विकास प्रन्यास अध्यक्ष रूपकुमार खुराना, नगर परिषद् सभापति रजनी डांगी, अति.संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, अति. जिला कलक्टर बी. आर. भाटी, नगर परिषद् आयुक्त सत्यनारायण आचार्य, नगर विकास प्रन्यास के विशेषाधिकारी प्रदीप सिंह सांगावत, भूमि अवाप्ति अधिकारी जगमोहन सिंह, अधीक्षण अभियंता अनिल नेपालिया, उपनिदेशक (स्थानीय निकाय) दिनेश कोठारी, उप वन संरक्षक वी. हरिणी, आईपीएस मथारू, जल संसाधन के अधीक्षण अभियंता राजेश टेपण, अधिशासी अभियंता अशोक बाबेल, डॉ. सतीश शर्मा, पर्यावरणविद् डॉ. एल. एल. शर्मा, बीएल कोठारी, सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।