Udaipur. उदयपुर के विभिन्न विद्यालय, महाविद्यालय के विद्यार्थियों एवं प्रकृति प्रेमियों ने दो दिवसीय प्रकृति भ्रमण एवं पक्षी अवलोकन कार्यक्रम में भटेवर, अडि़न्दा, घासा, बाठेडा़, राठौडों का गुडा़, मेनार आदि क्षेत्रों में नम भूमि आवास स्थलों का भ्रमण किया।
भ्रमण का मुख्य उद्देश्य् नेचर ट्रेकिंग एण्ड बर्ड वाचिंग था। वन्य जीव प्रभाग उदयपुर, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग एवं भारतीय पर्यावरण समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में 55 व्यक्तियों ने भाग लिया। उन्होंने ग्रामीण इको सिस्टम तथा वनस्पतियों के आर्थिक सामाजिक महत्व को समझा। विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न नम भूमि स्थलों पर जल की गुणवत्ताि का माप भी लिया व जल प्रबन्धन के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) डॉ. एन. सी. जैन ने बताया कि विद्यार्थियों ने प्रवासी पक्षियों में पेलिकन, कॉमन क्रेन, ब्राह्मणी, कोमन पोचार्ड, शेवलर आदि तथा स्थानीय प्रजातियों में मुख्यत: कूट्स, फ्लेमिंगो, स्पोट बिल, टफ्टेड पोचार्ड, स्ट्रोक, टिटहरी, वी इटर आदि कुल मिलाकर 50 से अधिक प्रजातियों के आवास, व्यवहार, आहार, प्रजनन आदि क्रियाओं का अध्ययन किया। इस कार्यक्रम में डॉ. आर. के. गर्ग, मनीष जैन, विनय दवे, दीपेन्द्र शेखावत, दीपक, इरफान आदि पक्षी विशेषज्ञों ने सेवाएं प्रदान की।