Udaipur. विश्व महिला दिवस पर अलख नयन मन्दिर नेत्र संस्थान व हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड चन्देरिया स्मेल्टिंग कॉम्पलेक्स इकाई द्वारा डूंगला का खेड़ा गांव में निशुल्क नेत्र जांच शिविर में 115 महिलाओं की निशुल्क नेत्र जांच की गई।
शिविर में 23 महिलाओं का नेत्र ऑपरेशन हेतु चयन कर अलखनयन मंदिर लाया गया जहां नेत्र विशेषज्ञ एंव संस्थाान के मेडिकल डायरेक्टर डॅा. एल. एस. झाला व उनकी टीम द्वारा निशुल्क लैंस प्रत्यारोपण कर मोतियाबिन्द का ऑपरेशन किया गया। सभी 23 मरीजों को नि:शुल्क चश्मे वितरित किए गए। संस्थान की कार्यकारी ट्रस्टी डॅा. लक्ष्मी झाला ने बताया कि इसके अतिरिक्त संस्था द्वारा एक चार वर्षीय व 16 वर्षीय बालिका का भी नि:शुल्क लैंस प्रत्यारोपण कर मोतियाबिन्द का ऑपरेशन किया। सभी ऑपरेशन अलख नयन मन्दिर के उत्कृष्ट विशेषज्ञों की टीम द्वारा किए गए। अशोक नगर स्थित अलख नयन मन्दिर के बेस हॉस्पिटल में सभी महिलाओं के लिए निशुल्क जांच सुविधा उपलब्ध करवाई गई जिसमें 58 महिलाएं एवं बालिकाएं लाभान्वित हुई। अन्य कार्यक्रमों में संस्था के समस्त महिलाकर्मियों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया। सभी मरीजों को भोजन व महिला स्टाफगण ने अल्पाहार ग्रहण किया व एक दूसरे को विश्व महिला दिवस पर बधाई दी।
समाज में नारी का महत्व रीढ़ की हड्डी के समान
नारी का समाज में उतना ही महत्व है जितना शरीर में रीढ़ की हड्डी का होता है। नारी धर्म को धारण करने वाली महिला के रूप में पहिचानी जाती है। बेटी घर की लक्ष्मी है उसे पराया धन समझने की भूल न करें। नारी की जहां अर्धांगिंनी के रूप में पहिचान होती है वही उसे आदि शक्ति के रूप मे भी पूजा जाता है। महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान द्वारा आज विज्ञान समिति में महिला दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में उपरोक्त विचार उभर कर सामने आये। संगोष्ठी में विमला अग्रवाल, शांता गंगवानी, दिलखुश सेठ, विमला सरूपरिया, पुष्पा सेठ, सरला कटारिया, संरक्षक हीरालाल कटारिया, अध्यक्ष चौसरलाल कच्छारा, डॉ. बी. एल. वर्मा, डॅा. नरेश शर्मा, उमाशंकर अग्रवाल, पुखराज कटारिया, धनवंत ओरडिया, बसन्तीलाल कूकड़ा व कवि भवानी शंकर गौड़ ने रचनाओं के साथ-साथ नारी की सामाजिक, आर्थिक व व्यवहारगत भूमिका के महत्व पर विचार व्य क्तल किए। महासचिव भंवर सेठ ने बताया कि महिला दिवस आयोजित कार्यकम का संचालन पूर्ण रूप से महिलाओं द्वारा ही किया गया।