इस बार 2013 मीटर लम्बी पगड़ी सजेगी
Udaipur. अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति, नगर निगम व आलोक संस्थान की ओर से हिन्दू नव संवत्सर प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस बार यह चार दिन का आयोजन होगा।
समिति के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमावत ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि महोत्सव का आगाज 8 अप्रेल को दूधतलाई पर होगा। यहां संवत्सर मेला व स्वामी विवेकानंद सार्धशती कार्यक्रम के तहत उनके छह फीट लम्बे तैलचित्र का अनावरण किया जाएगा। प्रतीकस्वरूप 15 फीट लम्बी बनाई गई गणगौर नाव का भी अनावरण किया जाएगा। इसके बाद दूधतलाई पर मेला लगेगा जिसमें नववर्ष के कार्यक्रमों को सम्मिलित करती हुई अब तक की यात्रा को समेटे हुए निर्मित फिल्म आओ फिर से दीया जलाएं का प्रदर्शन किया जाएगा।
दूसरे दिन फतहसागर की पाल पर विवेकानंद की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। यहां पगड़ी सजाओ स्पर्धा का आयोजन होगा जिसमें दौलत सेन 2013 मीटर लम्बी पगड़ी सजाने की तैयारियों में लगे हैं। रोटरी क्लब उदयपुर, भाविप मेवाड़ तथा भाविप विवेकानंद भी इसमें सहयोग करेंगे। प्रतियोगिता दो वर्गों में होगी। इस अवसर पर शहर को साफ रखने में सहयोग करने वाले सफाईकर्मियों का सम्मान किया जाएगा। इस अवसर पर माटी का कर्ज फिल्म का प्रीमियर भी होगा।
तीसरे दिन ज्योति चेतना कलश यात्रा नाथद्वारा से निकाली जाएगी। वहां से दोपहर 2 बजे निकलकर यात्रा शाम 7 बजे राज (गणगौर) घाट पहुंचेगी। यहां विदा 2069 का विशेष आयोजन किया जाएगा। जनता के लिए रंगारंग आतिशबाजी, दीपदान, गंगा आरती व वरुण पूजन किया जाएगा। इससे पूर्व जगदीश चौक पर धूम धड़ाके के साथ स्वागत किया जाएगा।
चौथे दिन सुबह नवसंवत्सर की वेला में जगदीश मंदिर की प्राचीर से 11 बटूक सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे। शहर के विभिन्न चौराहों पर आलोक संस्थाजन के 5000 छात्र शहरवासियों को नीम की कोपल, मिश्री व काली मिर्च खिलाकर शुभकामनाएं देंगे। इको फ्रेंडली हल्दी चंदन युक्त तिलक लगाया जाएगा।
नगर निगम की महापौर रजनी डांगी ने बताया कि निगम बनने के बाद पहली बार शहर के इस आयोजन में निगम अपनी पूर्ण भागीदारी निभाएगा। चौथे दिन 11 अप्रेल को पालागणेशजी से चेती एकम की सवारी निकाली जाएगी। दूधतलाई पर महाराजा विक्रमादित्यि की आरती व पूजन होगा और आतिशबाजी के साथ समापन होगा। पत्रकार वार्ता में समिति के संस्थापक अध्यक्ष श्यामलाल कुमावत भी मौजूद थे।