दिसंबर तक आएगी डिविडिंग मशीन
सिटी लेवल मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय
Udaipur. फतहसागर पाल पर लम्बे समय से प्रस्तावित ‘‘फिश एक्वेरियम‘‘ के तकनीकी एवं व्यावहारिक पक्ष पर विचार विमर्श के बाद संभागीय आयुक्त डॉ. सुबोध अग्रवाल ने फिश एक्वेरियम स्थापना कार्य को स्थगित कर इस स्थल के अन्य उपयोग की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए।
संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में बुधवार को आयोजित सिटी लेवल मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने नगर परिषद एवं नगर विकास प्रन्यास से कहा कि वे फिश एक्वेरियम हेतु निर्माणाधीन ढांचे के श्रेष्ठतम उपयोग हेतु अन्य वैकल्पिक प्रस्ताव शीघ्र तैयार करें। वे इस कार्य में प्रबुद्घ नागरिकों के सुझाव भी लिए जाएं। बैठक में पिछोला में झीलों की सफाई के लिए आने वाली डिविडिंग मशीन बाबत एनएलसीपी टीम लीडर बी. एल. कोठारी ने बताया कि मशीन खरीद, संचालन एवं रखरखाव की निविदा स्वीकृत हो चुकी है। मशीन की आपूर्ति दिसम्बर तक होने की संभावना है। यह मशीन एक से दूसरे स्थान पर ले जाई जा सकेगी। झीलों के कार्य की अधिकता न होने पर इसे किराए भी दिया जा सकेगा।
धोबीघाट एवं सुलभ शौचालय हेतु वन भूमि प्रत्यावर्तन के मुद्दे पर उप वन संरक्षण हरिणी वी. ने बताया कि यह निर्णय लखनऊ में किया जाना है, इसकी प्रगति अगली बैठक तक मिलने की उम्मीद है। सीवरेज परियोजना प्रक्रिया की जानकारी में नगर विकास प्रन्यास के सचिव डॉ. आर. पी. शर्मा ने बताया कि कार्य आरम्भ हो चुका है तथा हरिदास जी की मगरी क्षेत्र में पम्पिंग स्टेशन के लिए 0.3500 हैक्टेयर भूमि अवाप्ति प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवा दिया गया है। परियोजना अन्तर्गत मुख्य ट्रेक लाइन डालने का कार्य शुरु हो गया है। बैठक में परियोजना के प्रचार-प्रसार की राशि नगर निगम को हस्तांतरित करने का निर्णय किया गया एवं निगम को इसकी प्रस्तावना बैठक में रखने के निर्देश दिये गये। नेहरु उद्यान के मरम्मत कार्य संबंधी चर्चा में नगर निगम महापौर रजनी डांगी ने यह कार्य निर्माण विभाग के मार्फत ही कराये जाने की बात कही। डांगी ने सौन्दर्यीकरण कार्यों के साथ-साथ झालों संबंधित मरम्मत कार्य भी करने की आवश्यकता जताई।
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियन्ता अशोक बाबेल ने वर्षाकाल को देखते हुए चिकलवास फीडर में आसपास की कॉलोनियों से गिरने वाले अपशिष्ट की सतत निकासी की जरुरत बताई जिससे झीलों में गन्दगी को जाने से रोका जा सके। बैठक में संभागीय आयुक्त ने झील संरक्षण परियोजना से जुडे़ छोटे-छोटे कार्यों को अगले 10 दिन में पूरा करने की कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए जिसकी जुलाई के प्रथम सप्ताह में संबंधित विभागों के साथ चर्चा की जाएगी।
बैठक में नगर विकास प्रन्यास के अध्यक्ष रुप कुमार खुराना, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, अति. जिला कलक्टर(शहर) मो. यासीन पठान, प्रन्यास के भूमि अवाप्ति अधिकारी जगमोहन सिंह, अधिशाषी अभियन्ता अनिल नेपालिया, रसद अधिकारी एम.एल.चौहान, उप वन संरक्षक आईपीएस मथारु, अधिशाषी अभियन्ता (निर्माण) अशोक शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।