तेरापंथ सभा भवन में हुए विभिन्न लोकार्पण
दानदाताओं का हुआ सम्मान
Udaipur. केन्द्रीय शहरी एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने कहा कि मैं भले ही धर्म से जैन नहीं हूं लेकिन इसमें आस्था, श्रद्धा पहले भी थी और आज भी है। जैन धर्म की शिक्षा राजनीति में बोने का प्रयास कर रही हूं। जब तक मन में परिवर्तन नहीं होगा, तब तक आतंकवाद का खात्मा संभव नहीं है। जैन धर्म ने भी यही सिखाया है कि सभी धर्म समान हैं। आज विश्व की परिस्थितियां बदल गई हैं लेकिन लालसा नहीं बदली है।
वे यहां रविवार सुबह जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा की ओर से आयोजित नवनिर्माणों के लोकार्पण, तेरापंथ युवक परिषद एवं तेरापंथ महिला मंडल के पदस्थापना समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि धर्म के प्रति समर्पित व्यक्तियों के चरणों में अर्पण ही उनका सम्मान है। आचार्य तुलसी की जन्मशती पर वर्ष भर समारोह होंगे। प्रतिमाह होने वाले व्याख्यानों का युवा पीढ़ी में संस्कार निर्माण में सदुपयोग होना चाहिए।
अध्यक्षता करते हुए राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अच्छा सोचेंगे तो अच्छा बोलेंगे। वाणी जब अच्छी हो जाएगी तो देश तो स्वत: ही अच्छा हो जाएगा। संतों का सान्निध्य बड़ी मुश्किल से मिलता है। इस गंदी राजनीति में भी जैन श्रावक बनकर ही अच्छे कार्य कर सक रहे हैं। जैन श्रावकों ने अच्छे प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका का निर्वहन किया है चाहे वे पूर्व आईएएस मीठालाल मेहता हों या पीएन भंडारी। सोहराबुद्दीन जैसे एक तो क्या कई मामले आ जाएं और मुझ पर आरोप लगें लेकिन सच जो है, वह सच ही रहेगा और सामने आकर ही रहेगा।
सम्मानित अतिथि के रूप में नगर निगम की महापौर रजनी डांगी ने कहा कि जो दूसरों के लिए समर्पित रहा, जमाना उन्हें ही याद रखता है। तेरापंथ सभा ने आधुनिक युग के साथ कदमताल कर अपने कदम बढ़ाए हैं। यहां तुलसी आर्ट गैलरी बनाने का प्रस्ताव बहुत बढिय़ा है, यह निश्चय ही सफल होगा।
जिला प्रमुख मधु मेहता ने कहा कि जिन दानदाताओं ने अपनी लक्ष्मी का सदुपयोग धर्म और समाज के कार्यों में किया है, उनकी संपत्ति वैसे ही दिन दूनी रात चौगुनी निश्चित रूप से बढ़ेगी। सभाध्यक्ष राजकुमार फत्तावत बधाई के पात्र हैं जिनके एक वर्ष के कार्यकाल में इतने कार्य पूरे हुए हैं।
समारोह में आचार्य महाश्रमण के विद्वान शिष्य शासन श्री मुनि रवीन्द्रकुमार, तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज, मुनि शांतिप्रिय एवं मुनि दिनकर का पावन सान्निध्य मिला। मुनिवृंदों ने अपने आशीर्वचन में कहा कि अर्हत वंदना परिपत्र का विमोचन आज यहां किया गया। घर-घर में होने वाली अर्हत वंदना संस्कार पैदा करने में सहायक सिद्ध होगी।
सभा के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि आज ही मेरे कार्यकाल का एक वर्ष पूर्ण हो चुका है। महाप्रज्ञ विहार में पार्किंग की समस्या है जिसे आगामी वर्ष में निश्चित रूप से सुलझा लिया जाएगा। वहां महाश्रमण सभागार एवं विशाल किचन का भी शीघ्र लोकार्पण किया जाएगा।
फत्तावत ने बताया कि तेरापंथ भवन में यहां नौ हजार वर्गफीट का बिना पिलर के फाइबर शीट का स्थायी डोम निर्मित किया गया है। प्रतिवर्ष 5 प्रतिभाओं को सम्मान करने का तेरापंथ सभा का प्रस्ताव है। इन्हें 31 हजार रुपए प्रतिवर्ष प्रदान किए जाएंगे। इसी वर्ष 5 नवम्बर से आचार्य तुलसी जन्मशती समारोह के आयोजन शुरू हो जाएंगे। फिर गंगाशहर, नई दिल्ली और दिल्ली में ही 25 नवम्बर को समारोह का समापन होगा। सुविवि के कुलपति ने वहां आचार्य तुलसी दीर्घा की स्वीकृति दे दी है जहां आचार्य का साहित्य रखा जाएगा। सुविवि के जैन एवं प्राकृत विभाग के साथ मिलकर अगले एक वर्ष तक प्रतिमाह 12 अलग-अलग विषयों पर विचार गोष्ठियां होंगी। सभा भवन में आचार्य तुलसी की आर्ट गैलरी बनाने का प्रस्ताव हमारे मन में है ताकि यहां आने वाले लोगों को आचार्य के बारे में पता चल सके। यहां गैलरी में आचार्य तुलसी पर आधे घंटे की डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई जाएगी जो प्रोजेक्टर के जरिये एलसीडी पर चलेगी। तेरापंथ महिला मंडल की सदस्याएं प्रति सप्ताह दो सौ छात्रों को ज्ञानशाला के माध्यम से प्रशिक्षण देती हैं। उनके सर्वांगीण विकास के लिए छह कार्यक्रम एक साथ आयोजित होंगे।
तेरापंथ भवन में 30 केवी का साइलेंट डीजी सेट लगाने के लिए फत्तावत द्वारा दानदाताओं का आह्वान करने पर मौके पर ही भंवरलाल डागलिया, जवेरचंद डागलिया एवं डालचंद डागलिया ने सहमति दी। समारोह में द्वितीय तल, तुलसी सभागार, डोम निर्माण में सहयोगकर्ता सभी दानदाताओं का अतिथियों ने उपरणा ओढ़ा, स्मृति चिह्न एवं सम्मान-पत्र भेंटकर अभिनंदन किया। इससे पूर्व द्वितीय तल का लोकार्पण श्रीमती चन्द्रकांता पत्नी स्व. श्री गणेशलालजी कोठारी एवं उनके परिजनों ने किया। तुलसी सभागार का लोकार्पण फतहलालजी दुग्गड़ एवं उनके परिजनों ने किया। द्वितीय तल पर बने 10 सर्वसुविधायुक्त कमरों का लोकार्पण राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने किया। इन 10 कमरों के सौजन्यकर्ता तेजसिंह कावडिय़ा, मदनलाल पीतलिया, राजेन्द्र्र सिंघटवाडिय़ा, छगनलाल बोहरा, शंकरलाल माण्डोत, फतहलाल पोरवाल (वास वाला), कमल, प्रकाश बाबेल, मोहनलाल बम्ब, चन्द्रा एवं उम्मेदसिंह तलेसरा हैं।
इससे पूर्व तेरापंथ समाज की युवा शाखा युवक परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष विनोद माण्डोत ने नवमनोनीत अध्यक्ष धीरेन्द्र मेहता, दीपक सिंघवी एवं विनोद कच्छारा उपाध्यक्ष, अभिषेक पोखरना मंत्री, विशाल पोरवाल एवं प्रणव कोठारी सहमंत्री, ललित मेहता कोषाध्यक्ष एवं विकास बोथरा संगठन मंत्री को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। तेरापंथ फोरम के अध्यक्ष सीए निर्मल कुणावत ने तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा मंजू चौधरी, हेमलता नाहटा एवं रेखा कोठारी उपाध्यक्ष, डिम्पल सिंघटवाडिय़ा व अलका बाबेल सहमंत्री, चन्द्रकांता पोरवाल कोषाध्यक्ष, दीपिका मारू मंत्री एवं कांता खिमावत संगठन मंत्री को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।