150 जोड़ों ने किया सामूहिक जाप
फतहनगर. मावली तहसील के घासा गांव में बुधवार को धर्म,ध्यान की गंगा में बड़ी संख्या में लोगों ने डुबकी लगा कर पुण्यार्जन किया। अवसर था सामूहिक जप एवं धर्मसभा का। इसमें मेवाड़, मारवाड़ एवं दूरदराज के इलाकों से आए 150 जोड़ों ने सामूहिक जप में शिरकत की।
चातुर्मास के तहत चल रहे विभिन्न धार्मिक आयोजनों की कड़ी में महावीर भवन के विशाल सभागार में सुबह 8.30 से 9.30 बजे तक हुए जप के बाद आयोजित धर्मसभा को महाश्रमण मेवाड़ प्रवर्तक मदन मुनि ने सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रीकृष्ण भारतीय संस्कृति के जीवंत प्रतीक हैं। श्रीकृष्ण प्रेम स्वरूप है जिन्होने अत्याचारियों एवं दुराचारियों का दमन कर सदाचार एवं समर्थता का शंखनाद किया। उन्होने मानवता की ज्योति जगाई। गौ को लेकर कहा कि गाय हमारी संस्कृति की परिचायक है। गाय को राष्ट्रीय धरोहर बताते हुए कहा कि आज गौ की दुर्दशा हो रही है। इसी कारण देश अस्थिरता की ओर है। हमारा समाजिक जीवन अस्थिर हो रहा है। इसके पीछे गौ की उपेक्षा प्रमुख कारण है। हमें गौ रक्षा का संकल्प लेकर इसका संरक्षण एवं संवद्र्धन करना होगा। डॉ.सुभाषमुनि ने कहा कि श्रीकृष्ण की गीता आत्म विश्वास की भाषा है। यह भारतीय संस्कृति का स्वर्ण शिखर है। मानव हितों की रक्षा का स्वर यदि किसी ने दिया है तो वह श्रीकृष्ण पहले व्यकित है जिन्होने इसका शंखनाद किया। धर्मसभा को रविन्द्र मुनि ने भी सम्बोधित किया। संचालन समरथलाल बड़ालमिया ने किया।