फतहनगर. संवत्सरी के दूसरे दिन मंगलवार को जैन धर्मावलम्बियों ने क्षमापना की। दिनभर अपनों से मन,वचन,काया से खमत् खामणा करते रहे। दूर बैठे मित्रों एवं रिश्तेदारों से एस.एम.एस. एवं मोबाइल के जरिए क्षमा मांगी गई। पावनधाम में सुबह पर्युषण के दौरान तपस्या करने वाले तपस्वी महिला एवं पुरूषों का पारणा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
पारणे के लाभार्थी कन्हैयालाल सामर रहे। पारणा कार्यक्रम में वद्र्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष दिनेश सामर,प्रमुख पूरणमल सिंयाल,सनवाड़ समाज प्रमुख बाबुलाल उनिया,राजकुमार उनिया,लादुलाल चण्डालिया,थावरचंद बापना,मनोहरलाल कावडिय़ा, पारसमल बापना,सम्पतलाल बापना,कंवरलाल पीपाड़ा,लक्ष्मीलाल खेरोदिया, छोगालाल मारू समेत कई लोग मौजूद थे। घासा गांव में भी मेवाड़ प्रवर्तक मदनमुनि एवं अन्य संतों के सानिध्य में डेढ़ दर्जन बड़े एवं पॉंच सौ से भी अधिक अन्य पारणे हुए। सामूहिक पारणा के लाभार्थी शंकरलाल भंवरलाल रहे। पर्युषण के दौरान अखण्ड नवकार मंत्र का महावीर भवन में जाप भी चला। नवकार मंत्र की बोली सुबह ११ बजे लगी तथा बोली का लाभ संघ अध्यक्ष माधवलाल बड़ालमिया ने ली। इसके बाद बैण्डबाजों के साथ नवकार कलश यात्रा बड़ालमिया के यहां पहुंची। यहां भी मेवाड़ एवं देश के विभिन्न भागों से आए लोगों ने एक दूसरे से क्षमा याचना करते हुए क्षमापना पर्व मनाया। यह जानकारी संघ के समरथलाल बड़ालमिया ने दी।