Udaipur. राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि शिक्षक भविष्य के समाज का शिल्पकार है। उसके कंधों पर देश के निर्माण की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। समाज में शिक्षक का बहुत महत्वपूर्ण स्थान रहा है परन्तु वर्तमान में शिक्षकों का सम्मान कम हो रहा है। उसके कारणों की खोज कर उनका निराकरण करना हमारा दायित्व है।
वे आईसीएसएसआर नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित और कृष्णा महिला टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, सीसारमा, उदयपुर एवं मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘‘शिक्षक शिक्षा में नवाचार’’ विषयक दो दिवसीय सेमिनार के समापन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं। समारोह की अध्यक्षता करते हुए सुविवि शिक्षा संकाय के चेयरमैन प्रो. के. सी. सोडानी ने शिक्षा विश्वविद्यालय स्थापित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि जितना हम ज्ञानार्जन करेेंगे, उतना ही हम धनार्जन कर सकेंगे। विशिष्ट अतिथि जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के पीटीईटी-2013 के समन्वयक प्रो. ए. के. मलिक ने कहा कि अपनी परम्पराओं और अपने मूल्यों के साथ नवाचारों की अपनाएंगे तो हमारी नींव से हमें कोई नहीं हिला सकेगा और हम पुन: अपने आपको जगत गुरू के रूप में स्थापित कर सकेंगे। यदि हम सिर्फ तकनीकी पर निर्भर करेगें तो विद्यार्थी नहीं रोबोट बनाएंगे।
सेमिनार के समन्वयक एवं कृष्णा महिला टीटी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अश्विनी कुमार गौड़ ने बताया कि दो दिवसीय सेमिनार के दौरान 4 तकनीकी सत्र हुए। इन चार सत्रों में विभिन्न प्रान्तों से आए 60 प्रतिभागियों ने पत्रवाचन किया। इस दौरान हुए विचार मंथन को कृष्णम पत्रिका में संकलित कर प्रस्तावों को विभिन्न संस्थाओं को भेजा जाएगा। समापन सत्र में डॉ. ए. बी. फाटक ने भी विशिष्ट अतिथि के रूप में विचार व्यक्त किए। डॉ. पंकज पारीक ने दो दिन की गतिविधियों पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। सेमिनार में संभाग भर के विभिन्न बीएड कॉलेजों के प्राचार्य, प्रबन्धकों व प्राध्यापकों ने भाग लिया।