लोगों ने दिया जीव दया का परिचय
फतहनगर. आम तौर पर लोग रोजड़े को देखना ही नहीं चाहते लेकिन गुरूवार को फतहनगर क्षेत्र में कुछ लोगों ने कुए में गिरे रोजड़े को बाहर निकाल कर जीव दया का परिचय दिया। रोजड़े को जीवित बाहर निकालने का प्रयास भी करीब दो घंटे तक चला तब कहीं जाकर लोगों को सफलता मिली।
जानकारी के अनुसार चंगेड़ी रोड़ पर उदासी आश्रम के सामने स्थित बैरान पड़े कुए में सुबह रोजड़ा गिर गया था। क्षेत्रवासी किशनलाल बंजारा ने बताया कि सुबह रोजड़ा सडक़ पर विचरण कर रहा था। अचानक वह भागा तथा कुए के ऊपर से छलांग लगाई। दीवार होने से वह असंतुलित होकर कुए में जा गिरा। इसकी जानकारी वन विभाग के लोगों को भी दी गई लेकिन लोगों के सहयोग से ही रोजड़े को बाहर निकालने की बात आने पर चंगेड़ी पंचायत के सांवलपुरा के तीन गमेती युवकों ने प्रयास कर रोजड़े के शरीर को रस्से से बांधा। कुए में अच्छा खासा पानी भरा था। रोजड़ा पानी में छटपटा रहा था। रस्से से रोजड़े को थोड़ी राहत मिली। इसके बाद पार्षद नारायणलाल मोर एवं कांस्टेबल प्रेमसिंह को सूचना दी गई। दोनों ने पहले तो ट्रेकटर मंगवाकर उसे बाहर निकलवाने का प्रयास किया लेकिन रोजड़ा मुंडेर पर आने से पहले ही रस्सा टूट जाने से पुन: कुए में जा गिरा। इस पर मौके पर जेसीबी मंगवाई गई। जेसीबी के जरिए पहले तो एक युवक भीतर उतरा तथा रस्से से रोजड़े को अच्छी तरह से बांधा। जेसीबी चालक ने सूझबूझ से उसे बाहर निकाल कर ही दम लिया। बाहर निकलते ही रोजड़ा जंगल की ओर भाग छूटा। रोजड़े को बाहर निकालने में करीब दो घंटे तक मशककत करनी पड़ी। रोजड़े को बाहर निकालने के प्रयास में वड़ला वॉरियर्स के कार्यकर्ताओं एवं क्षेत्र के युवाओं ने सहयोग दिया।