पीपुल फॉर एनीमल्सल के प्रदेश प्रभारी ने कहा
उद्योगों व खनन क्षेत्रों में 33 फीसदी हो पौधारोपण
फतहनगर. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने पिछले वर्षों में मार्ग को चौड़ा करने के नाम पर लगभग 50 हजार पेड़ काटे। दुगुने पेड़ लगाने के नाम पर नित नए बहाने बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पर हम न्यायालय की शरण लेंगे।
यह कहना है पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू का। उन्होंैने फतहनगर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पर्यावरण व वन्य जीव संरक्षण के लिए उद्योगों तथा खनन क्षेत्रों में 33 फीसदी तक पौधारोपण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। जाजू ने फतहनगर में कहा कि प्रदूषण निवारण नियंत्रण अधिनियम 1974 तथा वायु अधिनियम 1981 के अन्तर्गत औद्योगिक इकाइयों के परिसर व खनन क्षेत्रों में 33 प्रतिशत भूभाग पर पौधारोपण आवश्यक है। इसके बावजूद फतहनगर सहित पूरे उदयपुर जिले में प्रशासन की ढिलाई से औद्योगिक इकाइयों व खनन क्षेत्रों में इन नियमों की पालना नहीं की जा रही है।
जाजू ने बताया कि फतहनगर से डबोक 1665 पेड़, पिंडवाड़ा से उदयपुर 36152 पेड़ तथा चित्तौड़ जोजरों का खेड़ा से रिठोला 9582 पेड़ों को सडक़ें चौड़ा करने के नाम पर काट दिया गया। इनके बदले में शर्तों के अनुसार पेड़ नहीं लगाए गए हैं। कहीं कुछ मात्रा में पेड़ लगाए गए हैं तो सार-संभाल के अभाव में वे भी दम तोड़ चुके हैं।