विराट हिन्दू शक्ति संगम सम्पन्न
हिन्दू दुनिया का श्रेष्ठ धर्म : गजेन्द्र सिंह
उदयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उदयपुर विभाग द्वारा उदयपुर में पहली बार निकाले गए चतुर्वेणी पथ संचलन को देखकर शहरवासी स्तपब्धव रह गए। संचलन को सुविधापूर्वक निकालने के लिए संघ के कार्यकर्ताओं ने मार्ग की यातायात व सुरक्षा व्यवस्था को संभाला। संचलन मार्ग की व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रही इसके लिए टोलियो ने कार्य किया। चारों संचलन दोपहर 2.15 पर प्रारम्भ हुए।
चारों पथ संचलन शहर के पटेल सर्कल, गुलाब बाग, महाकाल मंदिर व आयड़ क्षेत्र से प्रारम्भ हुए। संगम के पश्चात् संचलन सूरजपोल से फतह स्कूल, सिख कॉलोनी होता हुआ महाराणा भूपाल खेल मैदान (एमबी कॉलेज ग्राउण्ड) पर सायं 4.15 बजे आयोजित विराट हिन्दू शक्ति संगम में शामिल हुआ। संचलन को नागरिकों ने उत्सुकता से देखा एवं स्वागत किया। चारों संचलनों का दोपहर ठीक 3.00 बजे सूरजपोल चौराहे पर संगम हुआ। संगम के इस विहंगम दृश्य के सैकड़ों नागरिक प्रत्यक्षदर्शी बने। सूरजपोल चौराहे पर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने यातायात व सुरक्षा व्यवस्था का मार्गदर्शन किया।
संचलन में सलूम्बर, भीण्डर राजसमन्द नाथद्वारा से आने वाले स्वयंसेवकों एवं नागरिकों का शहर सीमा में प्रवेश करने पर निर्धारित नाकों पर पंजीकरण किया गया। कार्यक्रम के पश्चात् उदयपुर में घर-घर से एकत्र भोजन प्रत्येक प्रतिभागी को थैली के माध्यम से दिया गया। संघ द्वारा इस तरह घर-घर से भोजन एकत्र कर समाज को भोजन कराने की यह पद्धति सामाजिक समरसता का अनूठा उदाहरण है। संचलन में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में उपस्थित हुए। यह गणवेश स्वयंसेवक स्वयं अपना शुल्क देकर खरीदते है। साथ ही आने जाने का पूर्ण व्यय भी वहन करते हैं। इस भौतिक समय में स्वयंसेवकों का इस तरह अनुशासित होकर संचलन करना सामाजिक अनुशासन को प्रदर्शित करता है। स्वयंसेवक संचलन में चलकर राष्ट्र एवं समाज सेवा हेतु तत्पर रहने का संकेत देता है। संघ द्वारा संचलन के ऐसे आयोजन समाज में सज्जन शक्ति संवर्द्धन हेतु किया जाता है।
शहर के प्रमुख चौराहों व मार्ग को विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल, विद्या भारती, सेवा भारती, हिन्दू जागरण मंच, उद्योग भारती, भारतीय मजदूर संघ, वनवासी कल्याण परिषद, भारत विकास परिषद्, राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ, शिक्षक संघ (राष्ट्रीय), इतिहास संकलन समिति, स्वदेशी जागरण मंच एवं राष्ट्र सेविका समिति, आदि संगठनों द्वारा स्वागत द्वार एवं केसरिया पताका लगाकर आकर्षक ढंग से सजाया गया। इन संगठनों के पदाधिकारियों ने स्थान निर्धारित कर संचलन का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
विभिन्न समाज संगठनों, भारतीय सिंधु सभा, राष्ट्रीय सिख संगत, गरबा मण्डलों, गणेश उत्सव समितियों, धार्मिक संगठनों एवं आम नागरिकों द्वारा भी पुष्पवर्षा कर संचलन का स्वागत किया। संचलन में उदयपुर शहर, उदयपुर जिले एवं राजसमन्द जिले के 10 हजार स्वयंसेवकों ने भाग लिया। विराट हिन्दू शक्ति संगम में संघ के प्रांत संघचालक डॉ. भगवती प्रसाद शर्मा, विभाग संघचालक गोविन्दसिंह टांक ने भाग लिया। विभाग कार्यवाह रमेशचन्द्र शुक्ल ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में विकास राज ने एकल गीत शत-शत नमन, बड़ रहे बढ़ते रहेंगे। ध्येयवादी दृढ चरण, विश्व गुरू पद परम पद प्रस्तुत किया। नगर निगम, प्रशासन, सुखाड़िया विश्वविद्यालय सभी विद्यालय परिवारों एवं सभी संस्थाओं का कार्यक्रम में सहयोग के लिए धन्यवाद एवं आभार महानगर संघचालक राजेन्द्र सिंह कोठारी ने व्यक्त किया।
हिन्दू दुनिया का श्रेष्ठ धर्म : गजेन्द्र सिंह
एमबी कॉलेज ग्राउंड में विराट हिंदू संगम के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक गजेन्द्रसिंह ने स्ववयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि सम्पूर्ण देशभर में जन-जन में संकल्प जगे तो आने वाले कल भारत का होगा। हिन्दू कमजोर नहीं वरन हिन्दू सिंहपुत्र है, अमृतपुत्र है। देश का पुत्र रूपी समाज अपने पूर्वजों को भूल गया है। हमें अपने पूर्वजों के दिये संस्कारों को पुनः स्मरण करना पडेगा। सुसंगठित होना पडे़गा। उन्होंने अमेरिका की प्रगति की आलोचना करते हुए कहा कि वहां संस्कार नहीं है। बाल्यकाल में बच्चे अपराध करते हैं। इस देश में भी कुछ लोग इण्डिया बनाने चाहते है। यह देशहित में नहीं है। भारत योग भूमि है। भोग भूमि नहीं। आज सारा विश्व समस्याओं से त्रस्त है। आने वाला कल कैसा होगा? विश्व भारत की ओर देख रहा है। भारतीय संस्कार विश्व को परिवार मानने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि हिन्दूधर्म दुनिया का श्रेष्ठ धर्म है। हमने जब-जब भी शक्ति की उपासना की है। भारत शक्तिशाली बना है।
उन्होंने कहा कि देशभर में जब-जब भी संकट आया स्वयंसेवक तैयार रहा है। संघ द्वारा देशभर में सवा लाख प्रकल्प चल रहे है। संघ ने इस देश में जो भी अच्छा है उसे बचा कर रखा है। संघ कुछ नया नहीं कर रहा। संघ का प्रयास देश फिर से खड़ा हो। देश में नई उमंग, नई लहर, नव उत्साह का संचार हो संघ इस कार्य में जुटा है। संघ को हिन्दू हितैषी संगठन के रूप में परिचय प्राप्त है। स्वयंसेवक सच्चे देशभक्त है। संघ लोकजागरण के अभियान में लगा है। वर्तमान में हिन्दू विरोधी शक्तियां एकत्र आ चुकी है। हिन्दूत्व की शक्ति को कमजोर करने के लिए विदेशी शक्तियां लगी हुई है। समाज में संभ्रम की स्थिति बनायी जा रही है। षड्यंत्र चल पड़ा है। नया राजनीतिक विचार हिन्दुत्व को दबाने का प्रयत्न चल रहा है। षड़यंत्र को को समझ कर समाज को जाग्रह करना होगा।
अध्यक्षता पेसिफिक समूह के मुखिया भोलाराम अग्रवाल ने की। उन्होंने संघ कार्य की सराहना करते हुए कहा कि संघ कार्य समाज में उत्साह बढ़ाने वाला, देशहित के लिए मील का पत्थर है। संघ की देश के प्रति अगाध निष्ठा हैं। उन्होंने सभी स्वयंसेवकों को बधाई एवं शुभकामना दी। ह्दय से साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि मेरी बाल्यकाल से संघ के प्रति अटूट निष्ठा रही है। यह निष्ठा आगे भी उत्तरोत्तर बढ़ती रहेगी।